महीनों पहले सरकारी गवाह बनी Nirav Modi की बहन ने वापस किए 17.25 करोड़

सरकारी गवाह बनने के महीनों बाद भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी की बहन ने ईडी को 17.25 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 1, 2021, 09:34 PM IST
  • नीरव मोदी की बहन ने सरकारी खाते में भेजे करोड़ों रुपए
  • सरकारी गवाह बनने के महीनों बाद किया ट्रांसफर
महीनों पहले सरकारी गवाह बनी Nirav Modi की बहन ने वापस किए 17.25 करोड़

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में वांछित भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी के सरकारी गवाह बनने के महीनों बाद, सरकारी बैंक खाते में 17.25 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं.

ईडी के अधिकारी ने दी जानकारी

ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि बेल्जियम की नागरिक पूर्वी मोदी और उनके पति मेनक मेहता को ईडी की चार्जशीट में आरोपी के रूप में नामित किया गया था.

हालांकि, इस साल 4 जनवरी को अदालत ने पूर्ण और सही खुलासा करने की शर्त पर उसे सीआरपीसी की धारा 306 और 307 के तहत क्षमादान देने की अनुमति दी और आगे अनुमति दी कि आरोपी को इसमें एक सरकारी गवाह के रूप में चिह्न्ति किया जाए.

अधिकारी ने कहा कि 24 जून को पूर्वी मोदी ने ईडी को सूचित किया कि उसे लंदन में उसके नाम से एक बैंक खाते की जानकारी मिली है, जो उनके भाई नीरव मोदी के कहने पर खोला गया था.

पूर्वी मोदी ने अपने खाते से भेजी राशि

प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि ब्रिटेन के एक खाते से करीब 17.25 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं. यह खाता नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी के नाम से था. इसे भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी ने ही खोला था और इसे संचालित भी करता था.

अधिकारी ने कहा, चूंकि पूर्वी मोदी को पूरा और सही खुलासा करने की शर्तों पर माफी की अनुमति दी गई थी, इसलिए उन्होंने ब्रिटेन के बैंक खाते से 23,16,889.03 अमेरिकी डॉलर की राशि भारत सरकार, प्रवर्तन निदेशालय के बैंक खाते में भेज दी है.

उन्होंने कहा, पूर्वी मोदी के सहयोग से, ईडी अपराध की आय से लगभग 17.25 करोड़ रुपये की वसूली करने में सक्षम हुई है.

मार्च 2019 में गिरफ्तारी के बाद से नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल में बंद है. भारत में उसके प्रत्यर्पण का आदेश इस साल 16 अप्रैल को ब्रिटेन की गृह सचिव प्रीति पटेल ने दिया था. वह 23 जून को यूके उच्च न्यायालय में अपनी प्रत्यर्पण अपील का पहला चरण हार गया था.

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इसी साल 25 फरवरी को ब्रिटेन की एक अदालत ने नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण की अनुमति दी थी. मामले में नीरव मोदी के मामा गीतांजलि समूह के भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी से भी पूछताछ की जा रही है.

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