नई दिल्लीः विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी के बाद बैंकों से धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है. इस बैंक धोखाधड़ी के मामले में CBI ने मुकदमा दर्ज किया है. धोखाधड़ी की यह रकम 221.72 करोड़ की है और इसे किए जाने का इल्जाम एक नामी कंपनी हिंद एग्रो के सिर पर है. 


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दिल्ली-अलीगढ़ बेस्ड कंपनी
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई ने बैंक धोखाधड़ी के मामले में हिंद एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सीबीआई ने गुरुवार को इस मामले में छापेमारी की. हिंद एग्रो  इंडस्ट्रीज लिमिटेड अलीगढ़-दिल्ली बेस्ड कंपनी है.


एजेंसी की ओर से की गई छापेमारी में कई अहम कागजात भी बरामद हुए हैं. छापेमारी अलीगढ़ और दिल्ली स्थिति आरोपी के ऑफिसों और आवासों पर की गई है. 



कंपनी के निदेशकों ने कई बैंकों से लिया कर्ज
सामने आया है कि सीबीआई से पंजाब नैशनल बैंक की ओर से हिंद एग्रो को लेकर शिकायत की गई थी. कंपनी पर आरोप है कि पीएनबी, देना बैंक (अब बैंक ऑफ बड़ौदा), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक के कंसोर्टियम (संघ) के साथ करीब 221.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. 


 


कंपनी को चलाने के लिए कंपनी के निदेशकों ने कई बैंको से कर्ज लिया लेकिन फर्जीवाडे को अंजाम देते हुए उसे चुकाने से इंकार कर दिया. जबकि लोन के पैसो को कहीं और निवेश कर दिया गया. 


कंपनी 55 देशों में भैंस और भेड़ के मांस का करती है निर्यात
सीबीआई की टीम ने इस मामले में कई अज्ञात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. हिन्द एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड मीट प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण किया था जिसे अलिगढ़ में स्थापित किया था, लेकिन उन भैसों और भेड़ के मीट के लिए उसे मारने और काटने के लिए यूनिट चेन्नई में स्थापित किया था.


दरअसल असल में कंपनी करीब 55 देशों में भैंस और भेड़ के मांस का निर्यात करने का कारोबार करती है.


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