Pahalgam: 'आज मरने वालों की लिस्ट में हमारा भी नाम होता'...28 पर्यटकों की जान इस एक छोटी सी डील ने बचा ली!

Tourists story:  कोल्हापुर, सांगली, पुणे और रत्नागिरी से आए 28 पर्यटकों का एक समूह 17 अप्रैल को बैसरन घाटी में छुट्टियां मनाने के लिए कश्मीर पहुंचा था. अब उन्होंने याद किया कि कैसे वे पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बाल-बाल बच गए थे.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Apr 24, 2025, 01:32 PM IST
Pahalgam: 'आज मरने वालों की लिस्ट में हमारा भी नाम होता'...28 पर्यटकों की जान इस एक छोटी सी डील ने बचा ली!

Pahalgam attack story: 22 अप्रैल को 20 से ज्यादा पर्यटक कश्मीर में घोड़ों के मालिकों से 15 मिनट तक मोलभाव करते रहे. उनको पहलगाम जाना था और वह पहले ही अपनी यात्रा में लेट हो चुके थे, जहां उनके प्लान में और देरी हो रही थी, क्योंकि उन्हें घोड़ों के आने का इंतजार करना पड़ रहा था. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि इंतजार कितना वाजिब साबित हुआ.

कोल्हापुर, सांगली, पुणे और रत्नागिरी से आए 28 पर्यटकों का एक समूह 17 अप्रैल को बैसरन घाटी में छुट्टियां मनाने के लिए कश्मीर पहुंचा था. जहां अब वे लोग याद कर रहे हैं कि कैसे पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बाल-बाल बच गए. इस हमले में 26 लोग मारे गए हैं और कई घायल हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्रुप के एक पर्यटक कोल्हापुर के अनिल कुराने ने बताया कि टट्टू मालिकों के साथ 15 मिनट तक चली सौदेबाजी और घोड़ों के लिए 15 मिनट तक इंतजार करने के बाद यह पक्का हो गया कि वे आतंकवादी हमले वाले स्थान पर नहीं पहुंचेंगे.

कुराने ने कहा, 'अगर देरी न होती, तो हम आतंकी हमले के समय घटनास्थल पर होते. हताहतों की सूची में हमारे नाम भी होते.'

उनकी ये कहानी यहीं खत्म नहीं होती. महाराष्ट्र से आए इस समूह ने आखिरकार घोड़ों पर सवार होकर हमले की जगह पर जाने का फैसला किया, लेकिन उनके स्थानीय ड्राइवर ने उन्हें दौड़ते हुए रोका और कहा, 'रुको! घटनास्थल पर गोलीबारी हो रही है. वहां मत जाओ.'

पर्यटकों ने बिना एक मिनट भी गंवाए वापस लौटकर सुरक्षित लौट आए. समूह के एक अन्य पर्यटक शिवप्रकाश चौगुले ने कहा, 'हमने मंगलवार रात के लिए पहलगाम में एक होटल में ठहरने की बुकिंग की थी. लेकिन यह एक जंगल क्षेत्र में था, इसलिए हम सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे थे. हमने इसके बजाय श्रीनगर जाने का फैसला किया.'

पर्यटकों के शव उनके गृहनगर पहुंचे
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 पर्यटकों के शव बुधवार को उनके गृहनगर पहुंचे.पीड़ितों में भारत भर से आए पर्यटक और एक नेपाली नागरिक शामिल थे. उनके शवों को पहले ताबूतों में रखकर श्रीनगर ले जाया गया, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वहां से शवों को उनके गृहनगर ले जाया गया.

एयरलाइनों ने श्रीनगर से 50 से अधिक उड़ानें संचालित कीं, जिससे पीड़ितों की वापसी सुनिश्चित हुई और उनके साथ आए 123 शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को उनके अंतिम गंतव्य तक पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई.

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