Pahalgam Attack Huawei Satellite: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हफ्ते भर पर पहले हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी-NIA इसकी जांच कर रही है. मामले में कुछ बड़े खुलासे भी हुए हैं. बताया जा रहा है कि पहलगाम अटैक के दौरान एक चीनी कंपनी हुआवेई (Huawei) के सैटलाइट फोन का इस्तेमाल भी हुआ था. जब अटैक हुआ, तभी हुआवेई का सैटेलाइट फोन मूवमेंट में था.
फोन को ट्रैक किया जा रहा
भारत में तो हुआवेई कंपनी बैन है, लिहाजा ये बात तो तय मानी जा रही है कि फोन बाहर से आया है. मुमकिन है कि ये फोन पाकिस्तान से भारत लाया गया हो. अधिकारियों को भी शक है कि फोन सीमा पार से ही भारत में आया है. सुरक्षा एजेंसियों फोन को ट्रैक करने के लिए पश्चिमी एजेंसियों की मदद ले रही हैं.
एन्क्रिप्टेड ऐप्स से कॉल और चैट किया
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि आतंकवादियों से चार बार फोन के जरिये संपर्क हुआ था. वहां पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, इसलिए सूचना पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया गया. ये भी कहा जा रहा है कि एन्क्रिप्टेड ऐप्स के माध्यम से 10 लोग अटैक के दौरान और उससे पहले हैंडलर्स से चैट और कॉल पर बातचीत कर रहे थे.
चीनी कंपनी बनाती है सैटेलाइट स्मार्टफोन
भारत में चीनी कंपनी हुआवेई पर बैन है. इसके स्मार्टफोन में बिल्ट-इन सैटेलाइट कम्युनिकेशन फैसिलिटी है. इन फोन्स का नाम मेट 60 प्रो, पी60 सीरीज और नोवा 11 अल्ट्रा है. ये डिवाइस खासकर चीन की तियानटोंग-1 सैटेलाइट नेटवर्क से कनेक्ट होने के लिए डिजाइन किया गया है. इसका प्रबंधन चाइना टेलीकॉम करती है.
आम फोन से इसलिए अलग है ये
इन फोन में इंटरनल सैटेलाइट एंटेना और कुछ चिप्स हैं, ये इसे बाहरी डिवाइसेज से कनेक्ट करने की फैसिलिटी देते हैं. इसके लिए पहले चाइना टेलीकॉम सिम कार्ड होना जरूरी है. ये फोन कम बैंडविड्थ वाली वॉयस और टेक्स्ट फैसिलिटी देता है. बिना सेलुलर कवरेज वाले एरियाज में भी ये फोन काम करता है.
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