नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की 22वीं बैठक से इतर समरकंद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की.
इन मुद्दों पर हुई दोनों नेताओं में चर्चा
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच चर्चा, द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित होने के अलावा, ऊर्जा सुरक्षा, वैश्विक खाद्य सुरक्षा और उर्वरकों की उपलब्धता से उत्पन्न चुनौतियों के संदर्भ में भी केंद्रित थी.
मोदी और पुतिन के बीच की बैठक, रूस के कच्चे तेल में भारत के कुल तेल आयात में 13 प्रतिशत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी के संदर्भ में महत्वपूर्ण है. इस बीच, बयान में आगे कहा गया है कि नेताओं ने विभिन्न स्तरों पर संपर्कों सहित द्विपक्षीय संबंधों में निरंतर गति की सराहना की. इस साल दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी, जहां राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ का वर्ष है.
पीएम मोदी ने की शांति की अपील
बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति पुतिन ने इस महीने की शुरूआत में व्लादिवोस्तोक में पूर्वी आर्थिक मंच में प्रधानमंत्री मोदी के वीडियो संदेश की सराहना की. यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के संदर्भ में, प्रधानमंत्री मोदी ने शत्रुता को शीघ्र समाप्त करने और बातचीत व कूटनीति की आवश्यकता के लिए अपने आह्वान को दोहराया. पीएम ने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और जल्द ही देश को विनिर्माण केंद्र में बदला जाएगा.
पीएम मोदी की बातों से सहमत दिखे पुतिन
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि वह जानते हैं, यूक्रेन में संघर्ष को लेकर भारत की क्या स्थिति है. साथ ही वह यह भी जानते हैं कि भारत इसे लेकर चिंतित भी है. युद्ध सही रास्ता नहीं है. यूक्रेन मुद्दे पर पूरी जानकारी दी जाएगी. पीएम मोदी ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, उज्बेक राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव से भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
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