नई दिल्लीः Corona के टीकाकरण अभियान के लिए सोमवार का दिन खास रहा. PM Modi सुबह-सुबह जब Aims पहुंचे और टीका लगवाया तो इस तरह उन्होंने टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत तो की ही, साथ ही कई अलग-अलग संदेश भी दिए. 


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संदेश दिया, कोरोना को हराने हर दिशा से साथ आएं लोग
PM Modi ने टीकाकरण के समय असम का गमछा पहना हुआ था. इसके अलावा वह बड़ी दाढ़ी के साथ अपने कुर्ता-पायजामा लुक में नजर आ रहे थे. उन्हें टीका लगाने वाली नर्स पुडुचेरी की सिस्टर निवेदा थीं तो उनकी सहायिका थीं केरल की रहने वाली नर्स रोसम्मा अनिल. 



पीएम मोदी के इर्द-गिर्द यह सारे समीकरण पूर्व दिशा से लेकर दक्षिण तक के हर भारतवासी के लिए संदेश की तरह थे कि कोरोना को हराना है तो हर ओर से हर दिशा से, हर प्रदेश से लोगों को आगे आना होगा. सोमवार को जिन्होंने टीका लगवाया, वह सिर्फ पीएम मोदी नहीं थे, बल्कि कोरोना के टीके प्रति जागरूकता की पहल के प्रतीक के तौर पर भी नजर आए. 



हालांकि पीएम मोदी के साथ दिखे इन सभी पहलुओं को आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है और विपक्षी इस पर भी निशाना लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पीएम मोदी ने इसके पहले विपक्ष की फेंकी गई सभी गेंदों पर ताबड़तोड़ छक्के ही जड़े हैं. 


पीएम क्यों नहीं लगवा रहे वैक्सीन का जवाब दिया
दरअसल, कोरोना संक्रमण के टाइम पर विपक्ष वैक्सीन न आ पाने को लेकर केंद्र व सरकार पर लगातार निशाने लगा रहा था. इसके बाद वैक्सीन आ गई तो विपक्ष व विरोधियों ने सवालिया बयानबाजी शुरू कर दी. विपक्ष द्वारा इस वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने पर काफी सवाल खड़े किए गए थे.



इसके बाद जब सोमवार को पीएम मोदी ने खुद वैक्सीन लगवाई और इसका वीडियो भी सामने आया तो विपक्ष के पास अब कोई सवाल उठाने का जरिया नहीं मिला. 


सुबह-सुबह क्यों टीका लगवाने पहुंचे पीएम मोदी?
सोमवार सुबह पीएम मोदी टीका लगवाने पहुंचे. इस तरह एक तो उन्होंने नागरिक सुविधा का ख्याल रखा ताकि व्यस्त घंटों में यह कोई हाइ-फाई कार्यक्रम न बन जाए, इसके साथ ही उन्होंने यह भी संदेश दिया कि टीकाकरण सभी काम से पहले और सबसे पहले जरूरी है. अगर जीवन सुरक्षित होगा तभी तो काम होगा.


टीका लगाने के बाद पीएम मोदी उन सभी लोगों से टीका लगवाने की अपील की, जो दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान के तहत इसकी योग्यता रखते हैं. 


पीएम मोदी को वैक्सीन लगाने वाली सिस्टर निवेदा ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि "पीएम सर को भारत बायोटेक की कोवैक्‍सीन लगाई गई है. उन्‍हें दूसरी डोज 28 दिन बाद दी जाएगी. उन्‍होंने हमसे पूछा कि हम कहां के रहने वाले हैं और टीकाकरण के बाद उन्‍होंने कहा कि लगा भी दी, पता ही नहीं चला."


एक टीके से सारे विरोधियों को मात दी
वैक्सीनेशन शुरू होते ही कांग्रेस-सपा और अन्य दलों ने इस पर सवाल उठाए थे. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा था कि वैक्सीन के प्रति भरोसा पैदा करने के लिए सबसे पहले पीएम मोदी को टीका लगवाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा था कि बीजेपी के नेताओं ने सबसे पहले यह क्यों नहीं लगवाई?



वहीं सपा नेता अखिलेश यादव ने इसे BJP वैक्सीन बता दिया था. को-वैक्सीन की मंजूरी दिए जाने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा था कि कोवैक्सीन का अभी तक तीसरे चरण का ट्रायल नहीं हुआ है, इसे अनुमति देना खतरनाक हो सकता है. 


इसलिए लगवाई भारत बायोटेक की को-वैक्सीन
पीएम मोदी ने भारत बायोटेक की को-वैक्सीन इसलिए लगवाई क्योंकि इस पर भी सवाल उठ रहे थे. RML अस्पताल के डॉक्टरों ने भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सिन को लेकर संशय जताया था. डॉक्टरों ने इसको लेकर एक पत्र मेडिकल सुपरिटेंडेंट को लिखा था.



को-वैक्सिन को जब इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी तब तक इसके तीनों चरण का ट्रायल पूरा नहीं हुआ था. डॉक्टरों ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने की मांग की थी. 


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