CAB के खिलाफ नॉर्थ-ईस्ट में जारी है बवाल! असम के कई जिलों में कर्फ्यू

नागरिकता संशोधन बिल को राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी है और इसी के साथ शरणार्थियों को नागरिकता देने वाला बिल कानून बन गया है. लेकिन इस बिल के खिलाफ नॉर्थ-ईस्ट में जारी विरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. असम समेत नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी हैं. असम के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा है कई जिलों में धारा 144 लागू है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 13, 2019, 11:50 AM IST
    1. नागरिकता संशोधन बिल पर जारी है बवाल
    2. सड़कों पर लगातार हो रहे हैं प्रदर्शन
    3. कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लताड़
    4. कर्फ्यू तोड़कर हो रहा है प्रदर्शन और आगजनी
CAB के खिलाफ नॉर्थ-ईस्ट में जारी है बवाल! असम के कई जिलों में कर्फ्यू

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल पास होने से पहले नॉर्थ ईस्ट में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन बिल के राज्यसभा में पेश होने के बाद और उग्र होता जा रहा है. नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में पूर्वोत्तर राज्यों में आज लगातार चौथे दिन भी उग्र प्रदर्शन हुए. असम, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल और मेघालय में नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहा है. असम हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.

लगाए गए कर्फ्यू

हालात संभालने के लिए सरकार ने कर्फ्यू का ऐलान किया था, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा. प्रदर्शनकारी सरकारी कार्यालयों, संस्थानों और रेलवे स्टेशनों को निशाना बना रहे हैं. यहां लोग कर्फ्यू तोड़कर सड़कों पर उतरे. कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस की भिड़ंत भी हुई है CAB के खिलाफ प्रदर्शन में असम में अब तक 3 लोगों की मौत हो गई है.

हालात को काबू में करने के लिए सरकार का प्लान

  • असम में सेना की 5 टुकड़ियां तैनात
  • असम में इंटरनेट सर्विस 48 घंटे के लिए बंद
  • असम के सभी स्कूल 22 दिसंबर तक बंद
  • 24 ट्रेन और 4 फ्लाइट रद्द
  • त्रिपुरा में सेना की 3 टुकड़ियां तैनात
  • असम और त्रिपुरा में रणजी मैच को सस्पेंड
  • गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार को हटाया
  • मुन्ना प्रसाद गुप्ता को गुवाहाटी की जिम्मेदारी

असम में हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत की खबर आई है. दो मौत गुवाहाटी और एक तिनसुकिया में हुई है. इस बीच की शांति की कोशिशें भी जारी हैं. मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने असम के लोगों से शांति की अपील की है. असम में हो रही हिंसा पर केंद्र सरकार भी सतर्क है. नागरिकता संशोधन बिल से अशांत असम में हिंसा को रोकने की अपील खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की. प्रधानमंत्री ने साफ किया कि कैब से असम की संस्कृति पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

कांग्रेस को पीएम की लताड़

असम समेत पूरे नॉर्थ ईस्ट में जारी हिंसा के बीच ये सवाल भी उठ रहे हैं क्या नॉर्थ ईस्ट में कैब के खिलाफ हिंसा भड़काने की कोशिश की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर असम के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. पीएम ने कहा है कि, 'नार्थ ईस्ट में भी करीब करीब सभी राज्य इस कानून के दायरे से बहार है, लेकिन कांग्रेस और उनके सहयोगी जिनकी राजनीती घुसपैठियों के सहारे से चलती है.'

वहीं कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया जा रहा है सरकार असम में हालात सामान्य करने को लेकर संजीदा नहीं है. इसीलिए राज्य की हालत बिगड़ती जा रही है. असम के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा है कि 'असम में सभी जगह हिंसा हो रही है ट्रेनें बंद हैं, इंटरनेट सेवा बंद है. सरकार हालात सामान्य करने की कोशिश नहीं कर रही है.'

केंद्रीय मंत्री के घर पर हमला

असम में हिंसा जारी है, प्रदर्शनकारी नेताओं को भी निशाना बना रहे हैं. डिब्रूगढ़ जिले में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के गृह क्षेत्र छाबुआ में प्रदर्शनकारियों ने विधायक बिनोद हजारिका के घर पर आग लगा दी. वहां खड़ी गाडि़यों को भी आग के हवाले कर दिया गया. असम के डिब्रूगढ़ से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर पर भी हमला हुआ है.

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इधर नागरिकता संशोधन बिल का विरोध कर रहे त्रिपुरा के  JOINT MOVEMENT AGAINST CITIZENSHIP AMENDMENT BILL के डेलिगेशन ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. मुलाकात के बाद त्रिपुरा में अनिश्चितकालीन हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया गया है. फिलहाल उम्मीद ये ही की जा रही है कि प्रधानमंत्री और असम के मुख्यमंत्री की अपील का लोगों पर जल्द असर होगा और असम में जारी हिंसा जल्द खत्म होगी.

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