नई दिल्ली, Rau IAS incident: देश की राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर का मामला बढ़ता जा रहा है. यहां पर कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अवैध त्यारिके से बनी लाइब्रेरी में डूबकर तीन यूपीएससी अभ्यर्थियों की दर्दनाक मौत हो गई थी. गुस्साए छात्र ओल्ड राजेंद्र नगर, पटेल नगर के अलावा अलग-अलग जहग इसी तरह से चल रहे सैंकड़ों कोचिंग सेंटरों के अधिकारियों के अलावा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को लेकर अब आमरण अनशन कली घोषणा कर दी है.
बेसमेंट में गई तीन छात्रों की जान
बेसमेंट में अवैध रूप से बनी लाइब्रेरी में डूबकर तीन छात्रों की मौत का मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है. अब इस मामले में गुस्साए छात्रों ने आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिया है. हजारों की संख्या में छात्र मंगलवार देर रात से ही कोचिंग सेंटर के बाहर अनशन पर बैठे हैं. इस मामले यूं तो दिल्ली नगर निगम ने करीब 29 आईएसएस कोचिंग सेंटरों पर ताला जड़ दिया है, लेकिन लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर और अन्य छात्रों की हित में कुछ मांगों को लेकर छात्रों में काफी रोष है और वो इस बात को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
आमरण अनशन की घोषणा
आमरण अनशन को लेकर छात्रों का कहना है कि ' शासन-प्रशासन उन्हें गंभीरता से नहीं ले रही है. इसकी वजह है उनका अभ्यर्थी होना. छात्रों का कहना है कि शासन यह मान रहा है कि कुछ घंटों में यह सभी छात्र थक-हारकर वापस अपने घर लौट जाएंगे, लेकिन ऐसा कतई नहीं है. विवेक कंबोज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक उनका यह प्रदर्शन जारी रहेगा. वहीं तामन छात्रों ने भूख हड़ताल का ऐलान आकर दिया है. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी ने होने तक वो यहां से नहीं हिलेंगे और उनकी भूख हड़ताल इसी तरह जारी रेहगी.
भूख हड़ताल कर रहे छात्रों की मांग
1-ओल्ड राजेंद्र नगर, पटेल नगर और सभी प्रभावित स्थानों में इस तरह की गंभीर कुप्रबंधन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल आरएयू के आईएएस, एमसीडी अधिकारियों और सार्वजनिक कर्मियों से जुड़े सभी दोषियों के खिलाफ उचित एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए.
2-प्रत्येक मृतक के लिए उचित मुआवजा होना चाहिए. यानी सरकार और संस्थान दोनों द्वारा 2 करोड़.
3-जांच की पूरी प्रक्रिया की निगरानी भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा की जानी चाहिए.
4-सुरक्षा और सुरक्षा उपायों के लिए सभी बेसमेंट की उचित जांच होनी चाहिए, जिसमें कोचिंग संस्थान, पुस्तकालय और पीजी (कमजोर और पुराने भवन बुनियादी ढांचे) शामिल हैं और जो अवैध पाए जाते हैं. उन्हें तत्काल प्रभाव से स्थायी रूप से बंद कर दिया जाना चाहिए.
5- हम इस निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधियों और जिम्मेदार प्रशासन से मिलना चाहते हैं.
6-तत्काल प्रभाव से दर्ज एफआईआर को सार्वजनिक किया जाए और इसमें शामिल लोगों को सार्वजनिक जीवन में नामित किया जाए. आसपास के सभी कैमरों की स्थिति की सीसीटीवी फुटेज जारी की जाए.
7- कोचिंग संस्थान, लाइब्रेरी और इन स्थानों पर चलने वाले सभी व्यवसायों के सर्वेक्षण, जांच और एनओसी जारी करने के लिए सभी नगर निकायों के सदस्य को शामिल करते हुए समिति का गठन किया जाना चाहिए.
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