वारिस पठान के विवादित बयान पर संजय निरुपम भड़के

AIMIM नेता वारिस पठान ने ओवैसी के मंच से विवादित बयान दिया है. वारिस ने चुनौती देते हुए कहा है कि अभी मुसलमान 15 करोड़ हैं, लेकिन ये 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी हैं.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 21, 2020, 04:16 AM IST
    • ये बयान दिया गया या दिलवाया गया: संजय निरूपम
    • गुलबर्गा में ओवैसी के वारिस ने दिया था विवादित बयान
वारिस पठान के विवादित बयान पर संजय निरुपम भड़के

मुंबई: ओवैसी की पार्टी के एक और नेता ने ये साबित कर दिया कि ओवैसी की पार्टी AIMIM सिर्फ मजहबी जंग कराकर ही अपनी दुकान चल रही है. वारिस पठान ने चुनौती देते हुए कहा है कि अभी मुसलमान 15 करोड़ हैं, लेकिन ये 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी हैं. इस बयान पर कांग्रेस नेता संजय निरूपम भड़क गये और वारिस पठान की जमकर आलोचना कर दी. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं.

ये बयान दिया गया या दिलवाया गया: संजय निरूपम

वारिस पठान के विवादित बयान पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि  '15 करोड़ बनाम 100 करोड़'  वाला बयान CAA विरोधी आंदोलन को कमजोर कर सकता है. शोध का विषय ये है कि बयान दिया गया या दिलवाया गया? उन्होंने कहा कि CAA विरोधी आंदोलन हिंदू-मुस्लिम विवाद बन जाए, ये प्रयास दोनों तरफ से हो रहा है. ये देश के लिए घातक है. 

गुलबर्गा में ओवैसी के वारिस ने दिया था विवादित बयान

आपको बता दें कि बता दें कि AIMIM नेता वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्गा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि हम 15 करोड़ हैं और 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं. पूर्व विधायक वारिस पठान ने जहर उलगते हुए कहा था, 'हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है. मगर हमको इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा. आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है, उसको छीन लिया जाता है.'

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ये पहला मौका नहीं है जब AIMIM की तरफ से किसी नेता ने ऐसी जहरीली भाषा का इस्तेमाल करते हुए भड़काऊ भाषण दिया हो. वारिस पठान से पहले असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरूद्दीन ओवैसी भी 15 मिनट में देश को सबक सिखाने की चेतावनी दे चुके हैं.

NRC और CAA के खिलाफ AIMIM शुरू से विरोध जताती रही है. लेकिन शाहीन बाग में जारी महिलाओं के धरने का हवाला देते हुए. जिस तरह की राजनीति ओवैसी के नेता कर रहे हैं ये समझ से परे है. 

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