फिर सामने आया शाहीन बाग का खौफनाक चेहरा, धरना स्थल पर लहराई पिस्टल

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पिछले महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में महिलाओं का प्रदर्शन चल रहा है. मंगलवार को यहां एक शख्स पिस्टल लहराता नजर आया. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि कि पिस्टल लहराने वाला शख्स लुकमान चौधरी है. उसकी पिस्टल लाइसेंसी है. मामला सामने आने पर लुकमान चौधरी ने भी बयान दिया है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 29, 2020, 02:22 PM IST
    • पिस्टल ले जाने वाले शख्स की पहचान मोहम्मद लुकमान के तौर पर हुई है और वह प्रॉपर्टी डीलर है
    • एक महिने से शाहीन का बाग का इलाका और रास्ता बंद है
फिर सामने आया शाहीन बाग का खौफनाक चेहरा, धरना स्थल पर लहराई पिस्टल

नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन कानून का विरोध के नाम शाहीन बाग में जमा मजमा दिन पर दिन नई शक्ल अख्तियार करता जा रहा है. सोमवार को इस विरोध का असहिष्णु चेहरा तो सामने आया ही था. इसके बाद बुधवार को एक बार फिर यहां हिंसक रुख देखने को मिला है. दरअसल मंगलवार को शाहीन बाग में प्रदर्शनस्थल पर एक शख्स पिस्टल के साथ पकड़ा गया. इस व्यक्ति पर दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. 

शख्स की पहचान हुई 
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पिछले महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में महिलाओं का प्रदर्शन चल रहा है. मंगलवार को यहां एक शख्स पिस्टल लहराता नजर आया. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि कि पिस्टल लहराने वाला शख्स लुकमान चौधरी है. उसकी पिस्टल लाइसेंसी है. मामला सामने आने पर लुकमान चौधरी ने भी बयान दिया है.

 लुकमान ने कहा, मैं 30 साल से शाहीन बाग में रह रहा हूं. मैं वहां प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने के लिए बोलने गया था. मैं हमेशा पिस्टल अपने साथ रखता हूं. किसी ने इसे देखा और इसे निकाल लिया. मुझे नहीं पता कि वह कौन था.

प्रॉपर्टी डीलर है लुकमान
पुलिस के सूत्रों के अनुसार जो शख्स प्रदर्शन स्थल पर पिस्टल लेकर पहुंचा था, उसकी पहचान मोहम्मद लुकमान के तौर पर हुई है और वह प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है. कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने शाहीन बाग में चेकिंग के दौरान पिस्टल लेकर घुसने की कोशिश कर रहे शख्स को पकड़ा और उसे वहां से भगा दिया. हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है. इसके बाद ही कुछ ठीक-ठीक कहा जा सकता है. 

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सवालों में है शाहीन बाग की मंशा
शाहीन बाग जबसे शुरू हुआ, तबसे ही इस जमघट की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल यहां के एक बड़े सड़क मार्ग पर महिलाएं जुटी बैठी हैं. लिहाजा यह इलाका और रास्ता एक महीने से अधिक समय से बंद है. लोगों को आने जाने में मुश्किल हो रही है. इसके कारण दिल्ली के अन्य दूसरे रास्तों पर भयंकर जाम लग रहा है. बच्चों को स्कूल जानें में तकलीफ हो रही है तो दूसरी ओर लोग अपने ऑफिस और काम पर देरी से पहुंच रहे हैं.

इसके अलावा कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुई थी, जिसमें दावा किया गया था कि शाहीन बाग में 500 रुपये लेकर शिफ्ट के अनुसार महिलाएं धरना दे रही हैं. 

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