मुंबई: NCP अध्यक्ष शरद पवार भी अब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ खुलकर मैदान में उतर गए हैं। शरद पवार ने सीएए और प्रस्तावित एनआरसी को केंद्र सरकार की एक चाल करार दिया. उन्होंने कहा कि देश के गंभीर विषयों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिये ये किये जा रहा है.
भारत के धार्मिक सौहार्द को मिटाने वाला कानून
शरद पवार ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमें भय है कि यह कानून भारत के धार्मिक और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ सकता है. पवार ने कहा कि एनडीए के सहयोगी दल के शासन वाले बिहार समेत आठ राज्यों ने कानून को लागू करने से इनकार कर दिया है, महाराष्ट्र का भी रुख यही रहना चाहिए.
गरीबों पर पड़ेगा बुरा असर
NCP अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि इस कानून के जरिए केंद्र सरकार समाज का ध्रुवीकरण करेगी. सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और संबंधित पक्षों से बातचीत नहीं कर रही है. सिर्फ अल्पसंख्यक नहीं बल्कि जो लोग भी देश की एकता एवं प्रगति की चिंता करते हैं, वे सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. इससे सबसे अधिक प्रभावित गरीब लोग होंगे.
आदित्य ठाकरे ने भी भाजपा पर साधा था निशाना
पहली बार विधायक बने आदित्य ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी हमला बोलते हुए कहा था कि चाहे कितना भी कीचड़ फैलाया जाय लेकिन कमल (बीजेपी का चुनाव चिह्न) कहीं भी खिलने नहीं दिया जाएगा. शिवसेना चीफ और सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ने कहा कि उन्होंने देखा है कि सत्ता के लालच में कैसे मित्रों को नजरअंदाज कर दिया जाता है.
CAA पर हिंसा में लखनऊ में 218 लोग गिरफ्तार
आपको बता दें कि तोड़फोड़ को लेकर लखनऊ में अब तक 218 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. वहीं संभल में दो प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद पुलिस ने 35 के खिलाफ मुकदमा और सैकड़ों अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
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