Shashi Tharoor ने पीएम मोदी के भाषण की टिप्पणी पर मांगी माफी, जानिए पूरा मामला

थरूर (Shashi Tharoor) ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के भाषण के उस अंश पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें पीएम मोदी ने ‘‘बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह’’ करने की बात कही थी. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) बांग्लादेश (Bangladesh) के स्वतंत्रता दिवस की स्वर्ण जयंती और ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर ढाका में आयोजित मुख्य समारोह में बोल रहे थे.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 27, 2021, 01:14 PM IST
  • पहले शशि थरूर ने कहा था फर्जी खबर का स्वाद चखा रहे प्रधानमंत्री
  • सफाई दी कि मुझे लगा- इंदिरा गांधी के योगदान का जिक्र नहीं किया
Shashi Tharoor ने पीएम मोदी के भाषण की टिप्पणी पर मांगी माफी, जानिए पूरा मामला

नई दिल्लीः बांग्लादेश में पीएम मोदी के दिए गए भाषण पर टिप्पणी करने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) अब बैकफुट पर चले गए हैं. पहले उन्होंने ट्वीट करके ही विरोध जताया था और अब ट्वीट करके ही माफी भी मांग ली है. उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए थरूर ने कहा कि उन्होंने जल्दबाजी में हेडलाइन और ट्वीट पढ़कर ही ट्वीट कर दिया था. 

दरअसल, थरूर (Shashi Tharoor) ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के भाषण के उस अंश पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें पीएम मोदी ने ‘‘बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह’’ करने की बात कही थी. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) बांग्लादेश (Bangladesh) के स्वतंत्रता दिवस की स्वर्ण जयंती और ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर ढाका में आयोजित मुख्य समारोह में बोल रहे थे.

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यह है शशि थरूर का ट्वीट
शशि थरूर ने शनिवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ी एक खबर को शेयर करते हुए लिखा, “अगर मैं गलत हूं तो इसे स्वीकारने में मुझे बुरा नहीं लगता है. कल जल्दबाजी में हेडलाइन और ट्वीट पढ़कर मैंने ट्वीट किया था, “हर कोई जानता है कि बांग्लादेश को किसने आजाद कराया.” जिसका मतलब था कि नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी के योगदान को नहीं बताया. लेकिन उन्होंने इसका जिक्र किया. सॉरी.”

शुक्रवार को ढाका में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि बांग्लादेश की आजादी के लिए उन्होंने सत्याग्रह किया था और इसके लिए जेल भी गए थे. उन्होंने कहा था, ‘‘बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था. मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी, जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था.’’

यह है पूरा मामला
दरअसल, कांग्रेस और BJP के बीच शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की उस टिप्पणी को लेकर बहस छिड़ गई, जिसमें प्रधानमंत्री (PM) ने बांग्लादेश (Bangladesh) की आजादी के लिए सत्याग्रह करने की बात कही थी. प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री बांग्लादेश को भारतीय फर्जी खबर का स्वाद चखा रहे हैं. हर कोई जानता है कि बांग्लादेश (Bangladesh) को किसने आजाद कराया.

पीएम मोदी ने याद किया 1971 का दौर
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के मौके पर ढाका में आयोजित मुख्य समारोह में वर्ष 1971 के युद्ध को याद करते हुए कहा कि यहां पाकिस्तान की सेना ने जो जघन्य अपराध और अत्याचार किए, उनकी तस्वीरें विचलित करती थीं और भारत में लोगों को कई-कई दिन तक सोने नहीं देती थीं.

मैंने भी किया था सत्याग्रहः पीएम मोदी
मोदी ने कहा, 'बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था. मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था.'

कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी निशाना साधते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'संपूर्ण राजनीतिक विज्ञान करार दिया.'

भाजपा ने दिया जवाब
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, 'क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश को पहचान दिलाने के लिए जन संघ द्वारा आयोजित सत्याग्रह का हिस्सा थे, हां, वह इसका हिस्सा थे.'

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