मुबंई: देश की व्यापारिक राजधानी मुंबई में 12 साल पहले एक मर्डर मिस्ट्री गेम हुआ था. मर्डर मिस्ट्री के मुख्य अभियुक्त निकले थे मुखर्जी दंपत्ति पीटर मुकरेजा और इंद्राणी मुखर्जी. स्पेशल सीबीआई कोर्ट जिसने पूरे मामले की तफ्तीश की थी उसके सामने इंद्राणी मुखर्जी ने जमानत याचिका सौंपी थी. जमानत याचिका में खराब स्वास्थ्य का हवाला दे कर बेल की मांग की गई थी, लेकिन विशेष सीबीआई कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया. इस बिना पर की पिछली बार भी इसी कारण से बेल में मांगी गई थी और इस बार भी उन्हीं कारणों से.
Sheena Bora case: Special CBI court in Mumbai has rejected bail plea of Indrani Mukerjea. Court rejected her plea seeking bail for the reason of her deteriorating health.Court observed that there is no change of circumstances since the last bail plea was rejected (file pic) pic.twitter.com/6l8qMMxo2f
— ANI (@ANI) December 21, 2019
स्पेशल सीबीआई कोर्ट की मुश्किल यह है कि वह इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुकरेजा से पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम से जुड़े मामले में भी पूछताछ कर रही है. ऐसे में पूछताछ के दौरान किसी सबूत से खिलवाड़ न हो जाए, इसकी जिम्मेदारी भी सीबीआई के पास ही है.
इंद्राणी मुखर्जी पहले भी खराब हेल्थ का हवाला दे कर जमानत की अर्जियां लगाती आ रही हैं. शीना बोरा केस में दोनों को मुख्य दोषी करार दे दिया गया है. लेकिन आईएनएक्स मीडिया मामले में कहीं कोई लूपहोल न हो जाए, इस वजह से सीबीआई ने याचिका को खारिज कर दिया.
इससे पहले भी इंद्राणी मुखर्जी अगस्त और नवंबर महीने में जमानत की याचिका दायर की थी. लेकिन अलग-अलग कारणों का हवाला न देने के कारण या कभी किसी केस में गड़बड़ी न हो जाए, इस वजह से बेल की अर्जी को खारिज कर दिया जा रहा है.