तेलंगाना में कैसा है कोरोना संक्रमण, क्यों बढ़ाना पड़ा लॉकडाउन

देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इससे भी अधिक चिंता जनक ये है कि राज्यों ने राजस्व वसूली के चक्कर में शराब की दुकानें खुलवाकर लॉकडाउन भी तार तार कर दिया.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 6, 2020, 11:32 AM IST
    • तेलंगाना में हो गए थे 21 जिले कोरोना फ्री
    • विपक्ष लंबे समय से तेलंगाना सरकार पर सत्ता की आड़ में जनविरोधी काम करने का आरोप लगा रहा है
तेलंगाना में कैसा है कोरोना संक्रमण, क्यों बढ़ाना पड़ा लॉकडाउन

हैदराबाद: सम्पूर्ण भारत में 17 मई तक केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की है और उसके बाद क्या होगा, इस पर सरकार की ओर से अभी कोई बात नही कही गयी है. इसके बावजूद तेलंगाना सरकार 17 मई तक चलने वाले लॉकडाउन को 27 मई तक बढ़ा दिया है. लोगों में उहापोह की स्थिति बन गयी है. आखिर तेलंगाना सरकार को लॉकडाउन बढ़ाने की इतनी जल्दी क्यों थी.

कैसी है कोरोना की रफ्तार

आपको बता दें कि तेलंगाना में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने की दर अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत कम है. इस तथ्य को आप ऐसे समझ सकते हो. 28 अप्रैल को पूरे राज्य में कोरोना के कुल केस 1009 थे और मंगलवार रात तक कुल मामले 1085 थे अर्थात पिछले 7 दिनों में तेलंगाना में 76 केस बढ़े हैं और इतने दिनों में केवल 3 लोगों की मौत हुई है. ऐसे में सवाल उठता है कि तेलंगाना सरकार केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर क्यों नहीं चल रही है.

तेलंगाना में हो गए थे 21 जिले कोरोना फ्री

28 अप्रैल को तेलंगाना सरकार ने राज्य के 21 जिलों को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया था और कहा था कि अब हैदराबाद में मुख्य रूप से कोरोना बचा है. विपक्ष सवाल उठा रहा है कि अगर राज्य इतनी अच्छी स्थिति में था तो के. चंद्रशेखर राव की सरकार अब लॉक डाउन बढाने के लिए इतनी जल्दबाजी क्यों कर रही है.

क्या लॉकडाउन का दुरुपयोग कर रही है KCR सरकार

तेलुगु देशम पार्टी का आरोप है कि चंद्रशेखर राव सरकार अपनी गलत नीतियों और योजनाओं को छिपाने के लिए लॉक डाउन का सहारा ले रही है. माना जा रहा है कि सरकार सोचती है कि अगर लॉक डाउन खुल गया तो किसान, मजदूर और छात्रों को राहत देने के लिए विशेष दबाव बनाया जाएगा क्योंकि जो वादे चुनाव के समय किये थे वे अब भी पूरे नहीं किये गए. विपक्ष लंबे समय से तेलंगाना सरकार पर सत्ता की आड़ में जनविरोधी काम करने का आरोप लगा रहा है.

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उल्लेखनीय है कि बता दें कि तेलंगाना में कोरोना वायरस के 1085 मरीज सामने आ चुके हैं जबकि 585 लोग या तो ठीक हो चुके हैं या फिर उनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. राज्य में कोरोना वायरस से अभी तक 29 लोगों की मौत हुई है. लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के साथ-साथ मुख्यमंत्री ने कहा है कि वो आश्वयक वस्तुओं की खरीदारी शाम 6 बजे तक कर लेनी चाहिए. इसके बाद लोगों को घर में ही रहना है. शाम 7 बजे के बाद राज्य में कर्फ्यू लग जाएगा.

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