नई दिल्ली: पहले बालाकोट एयरस्ट्राइक और फिर धारा 370 के खात्मे के बाद से ही बौखलाया पाकिस्तान अब जम्मू कश्मीर के साथ-साथ देश के दूसरे हिस्सों को निशाना बनाने की साजिश रच रहा है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के साथ मिलकर भारत में दहशतगर्दी की नई साजिश रची है. लश्कर भारत को आतंकवादी हमलों से दहलाने की साजिश रच रहा है और इस साजिश के तार नेपाल से जुड़ रहे हैं.
7 आतंकियों ने यूपी में दी दस्तक
अयोध्या विवाद पर सबकी नजरें अब सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसला पर टिकी है. आरएसएस से लेकर मुस्लिम धार्मिक संगठन हर कोई फैसले के इंतजार में है. लोगों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने और शांति बनाए रखने की अपीले कर रहे है. लेकिन इस सबके बीच अयोध्या पर फैसला आने से पहले उत्तर प्रदेश में बड़ी आतंकी हमले की साजिश रची जा रही है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 आतंकियों का एक दल नेपाल के रास्ते यूपी में घुसपैठ कर चुका है. सूत्रों के मुताबिक सात आतंकियों के इस ग्रुप में कई पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल है.
पंजाब में फिर से आतंकी नेटवर्क खड़ा करना चाहता है पाकिस्तान, पूरी खबर यहां पढ़ें
आतंकियों की घुसपैठ के बाद उत्तर प्रदेश में आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि खुफिया एजेंसियों ने यूपी पुलिस को भारत-नेपाल सीमा से आतंकी घुसपैठ का इनपुट पहले भी दिया था. लेकिन इसके बावजूद आतंकी घुसपैठ में कामयाब रहे. खुफिया सूत्रों के मुताबिक सात आतंकियों के इस दल में से पांच आतंकियों की पहचान कर ली गई है. मोहम्मद याकूब, अबू हमजा, मोहम्मद शाहबाज, निसार अहमद और मोहम्मद कौमी चौधरी नाम के आतंकियों के अयोध्या और गोरखपुर में होने की आशंका जताई जा रही है. इन आतंकियों के निशाने पर काशी, अयोध्या और गोरखपुर जैसे शहर हैं.
सबसे बड़े फैसले से पहले गहमागहमी
इस समय देश में अयोध्या भूमि विवाद को लेकर आने वाले आखिरी फैसले को लेकर गहमागहमी है. पूरे देश की नजरें सुप्रीम कोर्ट पर लगी हुई हैं. मुद्दा बेहद संवेदनशील है. जिसे देखते हुए हर धर्म और वर्ग के प्रतिनिधि लोगों से आपसी भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. खुफिया सत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में घुसे आतंकी नफरत का जहर घोलकर समाजिक ताने बाने को छिन्न भिन्न कर देना चाहते हैं. उनकी पूरी कोशिश तनाव पैदा कर माहौल खराब करने की है. खुफिया एजेंसीज से मिले इस इनपुट को सुरक्षा एजेंसियां गंभीरता से ले रही हैं.
कश्मीर में घुसपैठ के लिए पाकिस्तान ने तैनात किए 500 आतंकी, पूरी खबर यहां पढ़ें
आतंकी वारदातों से दहशत फैलाने की कोशिश
आतंकियों की इस घुसपैठ के पीछे नेपाल में ठिकाना बनाए बैठे आतंकी मोहम्मद उमर मदनी की अहम भूमिका बताई जा रही है. खुफिया एजेंसियों की मानें तो मदनी मार्च और मई के महीने में एक नेपाली व्यक्ति के साथ गोरखपुर, वाराणसी और अयोध्या की यात्रा कर कई अहम जगहों की रेकी करने के लिए भारत आया था. उसने यहां रुककर अहम जानकारियां जुटाई थीं. वह यहां रुककर कुछ स्थानीय लोगों से मिलकर भी गया था. मदनी आतंकी संगठन लश्कर का सक्रिय सदस्य है. टेरर फंडिंग के अपराध में मदनी भारत की जेल में 10 साल की सजा भी काट चुका है. जेल से छूटने के बाद उसने नेपाल में अपना ठिकाना बनाया हुआ है. वो भारत में आतंकी गतिविधियों की रुपरेखा तैयार करता है और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपिंग मॉड्यूल तैयार करता है. सात आतंकियों के यूपी में घुसने के पीछे मदनी को ही मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा ने नेपाल के कपिलवस्तु को अपना बेस बनाया है और यहां पर लश्कर के एक आतंकी मोहम्मद उमर मदनी को यूपी के और बिहार के कई इलाकों से युवकों को लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती कराने की जिम्मेदारी दी है. खुफिया एजेंसियों की इस रिपोर्ट के बाद से पूरे इलाके में मोहम्मद उमर मदनी के नेटवर्क को खंगालने की कोशिश की जा रही है और ये देखा जा रहा है कि अब तक कितने युवकों ने लश्कर-ए-तैयबा के इस नेटवर्क को ज्वाइन किया है या अब तक इससे जुड़कर कितने युवक पाकिस्तान गए हैं.
दक्षिण भारत में भी आतंकी संगठन फैला रहे हैं पांव, पूरी खबर यहां पढ़ें
यूपी एटीएस ने खुफिया एजेंसियों के अलर्ट को गंभीरता से लिया है. जिसके बाद भारत-नेपाल सीमा पर हर आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही नेपाल बॉर्डर पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. सुरक्षा एजेंसियां संदिग्ध आतंकियों की तलाश में जुटी हैं.