मुबंई: उद्धव सरकार में मंत्रिमंडल का आज विस्तार हुआ. इस मंत्रिमंडल में एनसीपी का दबदबा ज्यादा दिखा. शिवसेना और कांग्रेस के मुकाबले एनसीपी के ज्यादा मंत्रियों ने शपथ ली. महाराष्ट्र में 36 मंत्रियों ने शपथ ली. इसमें 26 लोगों ने कैबिनेट की शपथ ली और 10 लोगों ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली.
किस पार्टी की कितनी हिस्सेदारी
एनसीपी कोटे से आज 14 मंत्री, शिवसेना के कोटे से 12 मंत्री, कांग्रेस के कोटे से आज 10 मंत्रियों ने शपथ ली. इसमें एनसीपी से 10 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्री, कांग्रेस से 8 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री जबकि शिवसेना से 8 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री के रूप में शपथ लिया है.
इस तरह के सरकार में एनसीपी से 12 कैबिनेट जबकि कांग्रेस-शिवसेना के 10-10 कैबिनेट में शामिल हुए हैं. राज्य में इस समय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत 43 मंत्री हो चुके हैं. अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. आदित्य ठाकरे ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. उदय सामंत और दादा भूसे का प्रमोशन कर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. शिवसेना पार्टी के संकटमोचक अनिल परब को पहली बार मंत्री बनाया गया है.
जब मंत्री पद की शपथ ले रहे पाडवी पर भड़क गए राज्यपाल
कांग्रेस एनसीपी शिवसेना तीनों ने मंत्री पद देते वक्त विदर्भ और मराठवाड़ा, उत्तर महाराष्ट्र और पश्चिम महाराष्ट्र का अधिक ध्यान रखा. तीनों पार्टियों ने क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश की. इस दौरान एक ऐसा वाकया भी हुआ जब महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार के दौरान कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ले रहे कांग्रेस नेता केसी पाडवी पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भड़क गए. केसी पाडवी ने शपथ पत्र में जिक्र किए गए शब्दों के अलावा भी कुछ शब्दों को बोला.
इसके बाद राज्यपाल कोश्यारी ने भड़कते हुए केसी पाडवी से दोबारा शपथ लेने के लिए कहा. इस दौरान केसी पाडवी ने कुछ कहा तो राज्यपाल कोश्यारी ने कहा कि आपके बड़े नेता शरद पवार और मल्लिकार्जुन खड़गे यहीं बैठे हैं. अगर वह कहेंगे तो की यह शपथ ठीक था तो मैं कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन मैं इस शपथ को नहीं मानूंगा. इसके बाद केसी पाडवी ने दोबारा मंत्री पद की शपथ ली.
बड़े चेहरों की कांग्रेस-शिवसेना ने की है अनदेखी
इस बार कांग्रेस और शिवसेना ने अपने बड़े चेहरों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी है. शिवसेना के बड़े चेहरे दिवाकर रावते, रामदास कदम, तानाजी सावंत, रविंद्र वायकर, दीपक केसरकर को कुछ भी नहीं मिला. राज्यमंत्री के पद पर जो लोग थे, उन्हें ही आगे बढ़ा दिया गया. वहीं कांग्रेस ने पृथ्वीराज चव्हाण को कोई भी मंत्रालय नहीं दिया. सूत्रों की मानें तो इससे पृथ्वीराज चव्हाण थोड़े नाराज भी हैं.
मंत्रिमंडल में 3 महिला तो 4 मुस्लिम मंत्री
इस मंत्रिमंडल में जहां 3 (कांग्रेस से दो कैबिनेट मंत्री वर्षा गायकवाड, यशोमती ठाकुर ,एनसीपी से राज्यमंत्री अदिति तटकरे )महिलामंत्री हैं, वहीं शिवसेना ने किसी भी महिला मंत्री का मौका नहीं दिया है. तीनो पार्टी से 4 मुस्लिम मंत्री है. एनसीपी से दो मुस्लिम मंत्री नवाब मलिक और हसन मुश्रीफ को मौका दिया है. इन दोनों को कैबिनेट मंत्री बनाया है. वहीं कांग्रेस ने असलम को कैबिनेट मंत्री बनाया तो शिवसेना ने अब्दुल सत्तार को मंत्री बनाया है.