नई दिल्लीः CBI ने एक और बड़ी बैंक धोखाधड़ी के सिलसिले में FIR दर्ज की है. बताया जा रहा है कि यह धोखाधड़ी इतनी बड़ी है कि इसके आगे Neerav Modi Case भी छोटा पड़ जाएगा. CBI ने 7,926 करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी को लेकर हैदराबाद के Transstroy (इंडिया) लिमिटेड और उसके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
कंपनी के अध्यक्ष-प्रबंध निदेशक आदि नामजद
जानकारी के मुताबिक, CBI की ओर से बताया गया है कि एजेंसी ने कंपनी और आरोपी निदेशकों के परिसरों की तलाशी ली और उसे ऐसे दस्तावेज मिले है जिनके जरिए धोखाधड़ी का पता चलता है. CBI ने अपनी FIR में कंपनी, उसके अध्यक्ष-सह प्रबंध निदेशक चेरूकुरी श्रीधर और अतिरिक्त निदेशक रयापति संबाशिवा राव एवं अक्किनेनी सतीश को नामजद किया है.
आरोप है कि हैदराबाद की इस निजी कंपनी और उसके निदेशकों ने विभिन्न बैंकिंग व्यवस्थाओं के तहत ऋण लिया था. CBI प्रवक्ता आर के गौड़ ने कहा, केनरा बैंक की अगुवाई में बैंकों का समूह बनाया गया था.
लेखा पुस्तकों में भी मिली गड़बड़ी
सीबीआई प्रवक्ता आर के गौड़ ने कहा, ''केनरा बैंक की अगुवाई में बैंकों का समूह बनाया गया. यह भी आरोप है कि लेखा पुस्तिकाओं का फर्जीवाड़ा किया गया, स्टॉक विवरणों में जालसाजी की गई, तुलन-पत्र में छेड़छाड़ की गई और रकम को इधर-उधर ले जाकर प्राप्त किया गया, आदि बातें शामिल है.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बैंक के सदस्यों को 7,926.01 करोड़ रूपये का चूना लगाकर निदेशकों ने पैसे गबन किया.
कंपनी घोषित है दिवालिया
जानकारी के मुताबिक, Transstroy इंडिया लिमिटेड कंपनी हाईवे, पुलों, सिंचाई परियोजनाओं मेट्रो बनाने से संबंधित काम करती है. यह कंपनी तेल और गैस का भी व्यवसाय करती है. कंपनी को सितंबर 2019 के राष्ट्रीय कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के आदेश के मुताबिक दिवालिया घोषित किया जा चुका है.
अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी की टीमों ने शुक्रवार को हैदराबाद और गुंटूर में आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसके बाद धोखाधड़ी से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए.
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