बक्सर जेल में फांसी के फंदे तैयार! 16 दिसंबर को मिलेगा निर्भया को इंसाफ?

बिहार के बक्सर जेल के बाहर और भीतर आजकल हलचल तेज हो गई है. देश की नजरें आजकल इसी जेल पर लगी हुई हैं क्योंकि यहां एक बार फिर मनीला रोप बनाने का ऑर्डर आया है. मनीला रोप यानि किसी अपराधी को फांसी पर लटकाने वाली रस्सी और इसी रस्सी को तैयार करने का ऑर्डर बक्सर जेल प्रशासन को मिला है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 10, 2019, 09:12 PM IST
    1. निर्भया के दोषियों को मिलेगी फांसी
    2. तैयार हो रहा है फांसी का फंदा
    3. 16 दिसंबर को मिल सकती है सजा
बक्सर जेल में फांसी के फंदे तैयार! 16 दिसंबर को मिलेगा निर्भया को इंसाफ?

नई दिल्ली: बक्सर सेंट्रल जेल में देश को दहला देने वाले दिल्ली के निर्भया हत्याकांड के चारों दोषियों को फांसी देने के लिए रस्सी बनाने का काम जोरों पर है. देश भर में फांसी देने के लिए रस्सी की आपूर्ति बक्सर जेल से ही की जाती है. जब किसी को फांसी देनी होती है तो उस रस्सी बनाने का ऑर्डर जेल प्रशासन को मिलता है.

जेल के सुप्रिटेंडेंट ने दी जानकारी

फांसी की रस्सी जिसे मनीला रोप भी कहा जाता है, बक्सर जेल को इसे बनाने में महारथ हासिल है. बक्सर जेल के सुप्रिटेंडेंट विजय कुमार अरोड़ा ने मुताबिक उनके सीनियर ने 10 मनीला रोप तैयार करने को कहा है लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि यह किसके लिए है. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि किस जेल से ये ऑर्डर आया है. उनका कहना है कि वो इस काम में लगे हुए हैं. दो रस्सियां बनकर तैयार भी है, एक रस्सी बनाने में कम से कम दो दिन का वक्त लगता है.

हैदराबाद में लेडी वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप के बाद उसे जिंदा जला देने के आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद अब ऐसे मामलों के गुनहगारों को तुरंत फांसी पर लटकाने की मांग तेज हो गई है. आज से सात साल पहले पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले दिल्ली के निर्भया कांड के गुनहगारों की फांसी की मांग ने जोर पकड़ लिया है. 

16 दिसंबर को दी जा सकती है फांसी

गृहमंत्रालय ने हाल ही में राष्ट्रपति से इस मामले में एक दोषी की दया याचिका खारिज करने की गुजारिश की थी. जिसने सुप्रीम कोर्ट की ओर से फांसी बरकरार रखने के बाद दया याचिका दायर की थी. इसी के बाद निर्भया कांड के दोषियों को फांसी की सजा की चर्चा जोरों पर है. चर्चा है कि 16 दिसंबर को इन्हें फांसी दी जा सकती है. इसी दिन निर्भया के साथ दरिंदगी की वारदात हुई थी. सूत्रों के मुताबिक इसी के लिए बक्सर जेल को फंदे तैयार करने का ऑर्डर मिला है.

संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु को बक्सर से बनी रस्सी से ही फांसी दी गई थी. देश में जितने लोगों को भी फांसी दी जाती है, बक्सर जेल की रस्सी से ही दी जाती है क्योंकि यहां के कुछ सजायाफ्ता कैदी इस रस्सी को बनाने में एक्सपर्ट हैं. बताया जा रहा है कि अफजल के लिए रस्सी बनाने वाले कुछ कैदी अभी भी बक्सर जेल में हैं. अफजल को 8 फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी. फांसी में इस्तेमाल होने वाली रस्सियों को तैयार करने के लिए खास किस्म के धागों का इस्तेमाल होता है और इसे बनाने के लिए जिन कैदियों को लगाया जाता है. उनकी मॉनिटरिंग के लिए एक्सपर्ट लोगो की तैनाती होती है. उन्हीं की निगरानी में ये रस्सियां तैयार की जाती हैं.

जेल प्रशासन ने शुरू की तैयारियां

उधर तिहाड़ जेल में बंद निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले मामले में अभी तक जेल प्रशासन के पास कोई अंतिम लेटर नहीं आया है लेकिन जेल प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इसी कड़ी में चारों दोषियों में से अधिकतम वजन वाले कैदी के वजन के हिसाब से एक डमी को फांसी देकर देखा गया. डमी में 100 किलो बालू-रेत भरी गई थी. डमी को एक घंटे तक फांसी के तख्ते पर लटकाए रखा गया.

इस बार मामला चार कैदियों का है. इसी वजह से जेल प्रशासन फांसी देते वक्त कोई चांस नहीं लेना चाहता.

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फांसी देने वाली रस्सी की लम्बाई जिसको फांसी होनी है, उसकी लम्बाई से 16 गुणा ज्यादा होती है. पहले इसके लिए कपास मनीला से मंगाया जाता था, इसलिए इसे मनीला रोप भी कहा जाता था. जेल अधिकारियों का कहना है कि समय पर रस्सी तैयार हो जाए, इसके लिए वो पहले से इस पर काम शुरू कर देते हैं. फिलहाल 10 रस्सी बनाने का ऑर्डर समय पर पूरा करने के लिए बक्सर जेल प्रशासन तत्परता से लगा हुआ है.

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