फ्लोर टेस्ट में उद्धव ठाकरे की 'क्लीन स्वीप'

महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद उद्धव ठाकरे की सरकार ने फ्लोर टेस्ट भी पास कर लिया है. क्लीन स्वीप करते हुए, इस बहुमत परीक्षण के दौरान एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना की सरकार ने 169 वोट हासिल किए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 30, 2019, 05:33 PM IST
    1. उद्धव सरकार ने पास किया फ्लोर टेस्ट
    2. सरकार के पक्ष में 169 विधायकों ने डाले वोट
    3. भाजपा ने किया वॉकआउट
फ्लोर टेस्ट में उद्धव ठाकरे की 'क्लीन स्वीप'

नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव ठाकरे सरकार ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया है. विश्वास मत पर वोटिंग में उद्धव ठाकरे सरकार के पक्ष में 169 विधायकों ने वोटिंग की. किसी भी विधायक ने सरकार के खिलाफ वोट नहीं डाला. 4 विधायकों ने वोटिंग नहीं की, जबकि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन से वॉक आउट किया.

पूर्व सीएम फडणवीस का गंभीर आरोप

विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे का शपथग्रहण गैरकानूनी था. भाजपा के तमाम आरोपों को प्रोटेम स्पीकर ने खारिज कर दिया. प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि राज्यपाल की अनुमति से विधानसभा का सत्र बुलाया गया था. फडणवीस ने इस दौरान कहा कि जब भी फ्लोर टेस्ट होता है तो उससे पहले रेगुलर स्पीकर की नियुक्ति होनी आवश्यक है. लेकिन यहां संविधान का उल्लंघन किया गया है. उन्होंने इसकी राज्यपाल से शिकायत करने की बात कही, पूर्व सीएम ने बोला कि हम राज्यपाल के पास जाएंगे और उनको अनियमितता का पत्र देंगे.

भाजपा नेताओं ने काटा बवाल

फ्लोर टेस्ट से पहले सदन में भाजपा के नेताओं ने खूब बवाल काटा और हंगामा किया. इस दौरान भाजपा के विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया. दरअसल, भाजपा के विधायक प्रोटेम स्पीकर पर फ्लोर टेस्ट कराने का विरोध कर रहे थे. भाजपा नेताओं के आरोपों को प्रोटेम स्पीकर ने खारिज कर दिया तो उन्होंने हंगामा तेज कर दिया.

ठाकरे ने कर दिया सरेंडर?

शपथ को लेकर मचे घमासान पर शिवसेना प्रमुख और सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवाजी महाराज उनके देवता समान हैं. ठाकरे ने सदन में कामकाज को लेकर ये भी बोला कि मुझे सदन में काम करने का अनुभव नहीं है, मैं मैदान में लड़ने वाला आदमी हूं.

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21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे पिछले महीने की 24 तारीख को आए थे. चुनावों में भाजपा को 105 सीटें हासिल हुई थी. जबकि शिवसेना के खाते में 56 सीटें, एनसीपी को 54 सीटों पर जीत और कांग्रेस 44 सीटें जीती थीं. NCP के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा का अस्थायी (प्रोटेम) स्पीकर नियुक्त किया गया था.

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