लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहा विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया है. प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्तियों को निशाना बनाया है. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक अहम बैठक बुलाई. प्रदेश सरकार ने मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, बरेली, प्रयागराज और संभल जिलों में इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे के लिए बंद दी हैं.
योगी ने पुलिस को दिये कड़े निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर मुख्य सचिव (गृह) और डीजीपी को आदेश दिया है कि उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाए और एक-एक उपद्रवी की पहचान कर उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई करने की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है.
इन जिलों में बंद है इंटरनेट
सरकार ने प्रदेश के आठ जिलों में इंटरनेट 24 घंटे के लिये बंद कर दिया है. मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, बरेली, प्रयागराज और संभल, पीलीभीत आदि में इंटरनेट बद कर दिया है. सोशल मीडिया साइट्स पर नागरिकता कानून को लेकर गलत-गलत अफवाहें फैलाई जा रही हैं, जिसकी जद में आकर लोग हिंसक प्रदर्शन पर उतर जा रहे हैं. सरकार ने इसीलिये ये फैसला किया है.
प्रदर्शन के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं: योगी
योगी ने कहा कि प्रदर्शन के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. विपक्ष भ्रम के हालात पैदा कर रहा है. नागरिकता कानून किसी के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक रोटी सेंकने वाले कांग्रेस, सपा और वामपंथी संगठनों ने आज पूरे देश को आगजनी की चपेट में झोंकने का प्रयास किया है. यह अस्वीकार्य है और उत्तर प्रदेश में इस तरह के तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा.
आपको बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने बवाल मचाते हुए हसनगंज और मदेयगंज में पुलिस चौकी जला दी. इसके अलावा बस, कार व दोपहिया वाहनों में आग लगा दी. पुलिस को इससे निपटने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा.