नई दिल्लीः अमेरिका से ट्रेड डील को लेकर छंटते हुए बादल एक बार फिर घिरते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि भारत दौरे से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से कहा गया है कि दोनों देशों के बीच ट्रेड डील हो सकती है. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि दोनों दोशों के बीच बड़ी डील बाद में होगी. इसके संकेत हैं कि यह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले हो सकती है.
इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के साथ वे बड़ी डील करना चाहते हैं. इन कयासों के बीच भारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर से भंवर में फंसती दिख रही है.
मोटेरा में स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे ट्रंप
ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ 24 और 25 फरवरी को भारत का दौरा करेंगे. इस दौरान वह पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात का दौरा करेंगे. ट्रंप अहमदाबाद में एक बड़े रोड शो में शामिल होंगे और साबरमती आश्रम भी जाएंगे, साथ ही वे मोटेरा में बने सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे. यहां हाउडी, मोदी!' की तरह एक मेगा इवेंट आयोजित होगा.
Trump signals 'very big' trade deal with India before US presidential elections
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— ANI Digital (@ani_digital) February 19, 2020
ट्रंप ने इसे लेकर कहा कि वे पीएम मोदी को काफी पसंद करते हैं. ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे बताया है कि 70 लाख लोग एयरपोर्ट से मैदान के बीच उनके स्वागत में मौजूद होंगे.
ट्रेड डील न होने के मिले थे संकेत
यह मैदान विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम होगा. यह बहुत ही रोमांचक होने वाला है. स्टेडियम की क्षमता 110,000 लोगों की है. अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर, ट्रंप के साथ भारत की यात्रा पर नहीं आ रहे हैं. इससे यह संकेत पहले ही मिल गया था कि इस दौरे के दौरान भारत के साथ ट्रेड डील नहीं होगी.
संतुलित व्यापार समझौते पर बननी है सहमति
भारत को अमेरिका से अच्छा-खासा व्यापार लाभ मिलता है. इसमें भारत को लगभग 24 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष हासिल है. ऐसे में भारत ट्रंप की उन देशों की सूची में शामिल है जो अनुचित व्यापार नीतियां चला रहे हैं. इसके चलते अमेरिका ने भारतीय कंपनियों को मिला जीएसपी दर्जा जून 2019 में वापस ले लिया था.
उम्मीद थी कि मोदी-ट्रंप द्विपक्षीय वार्ता में इन मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा. यह अनुमान भी लगाया गया कि भारत भी अमेरिका से अधिक हाइड्रोकार्बन आयात की घोषणा करेगा. यह व्यापार समझौता 'हाउडी मोदी' में नहीं हो सका था लेकिन ट्रंप की भारत यात्रा में इसके होने के आसार थे. बीती जनवरी में अमेरिका में भारत के राजदूत रहे हर्ष वर्धन श्रृंगला ने यह संकेत दिए थे कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता जल्द हो सकता है.
दोनों देश कृषि उत्पादों के लिए सीमा शुल्क घटाने की मांग कर रहे हैं
दोनों देश एक दूसरे से अपने कृषि व इंजीनियरिंग उत्पादों के लिए सीमा शुल्क घटाने की मांग कर रहे हैं. भारत चाहता है कि ट्रंप प्रशासन उसके स्टील व अल्यूमिनियम उत्पादों पर लगाए गए भारी आयात शुल्क को कम करने के साथ ही उसके कृषि व आटोमोबाइल उत्पादों के लिए अपने बाजार और खोले.
अमेरिका का आरोप है कि भारत उसके कृषि व आटोमोबाइल उत्पादों को जान बूझ कर हतोत्साहित कर रहा है और उन पर ज्यादा सीमा शुल्क लगाता है. भारत की दूसरी मांग जीएसपी के तहत अपने उत्पादों को फिर से बहाल करने को लेकर है.
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