यूपी के स्कूल में ऐसे भी मास्टर हैं जिसे खुद क्लास जाने की जरूरत है

जिस स्कूल में आप अपने बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य बनाने के लिए भेजते हैं. लेकिन जब आपको पता चलें कि उस स्कूल के शिक्षक हिंदी के दो आसान शब्द तक नहीं लिख पाते हैं, जो दूसरी कक्षा का छात्र लिख सकता है तो आपको कैसा लगेगा. चौंक गए न कि यह कैसा स्कूल है लेकिन इस खबर में सच्चाई है, यूपी के फर्रुखाबाद से शिक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल उठ रहे हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 13, 2020, 04:06 PM IST
    • रंग-बिरंगी और मिठाइयां जैसे सरल शब्द भी नहीं लिख पाए
    • शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए
यूपी के स्कूल में ऐसे भी मास्टर हैं जिसे खुद क्लास जाने की जरूरत है

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस शिक्षक की शिक्षा को देखकर हर वो इंसान चौंक गया जो पढ़ाई-लिखाई के लिए अपने बच्चे को स्कूल भेजता है और बच्चे के बेहतर भविष्य की कामना रखता है.

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स्कूल निरीक्षण करने पहुंचे CDO 
फर्रुखाबाद से ऐसी शिक्षा व्यव्स्था सामने आई है कि हर कोई सोचने पर मजबूर हो गया है. शिक्षा व्यवस्था का हाल देखिए मास्टर साहब मातृ भाषा भी शुद्ध नहीं लिख पाते हैं. अब जो मास्टर साहब खुद हिंदी नहीं लिख पाते हैं, वो आपके बच्चे को क्या ही पढ़ाएंगे और क्या ही सिखाएंगे. फर्रुखाबाद के एक स्कूल में CDO साहब निरीक्षण करने पहुंचे जहां उन्होंने वहां मौजूद शिक्षकों से हिंदी के दो शब्द लिखने को कहा. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वहां मौजूद शिक्षक रंग-बिरंगी और मिठाइयां जैसे सरल शब्द भी नहीं लिख पाए.

हिंदी के दो शब्द सही नहीं लिख पाए शिक्षक
दरअसल मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र पेंसिया मोहम्मदाबाद की ग्राम पंचायत सिरौली के मजरा ठिउरिया स्थित प्राथमिक स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे थे. जहां पहुंचकर CDO ने देखा कि स्कूल में न हीं सफाई व्यवस्थआ दुरुस्त है और ना तो शिक्षा व्यवस्था. हमारे जीवन के लिए शिक्षा जरूरी है तो सफाई भी उतनी ही महत्तवपूर्ण है जिसके बावजूद स्कूल में दोनों की ही उचित प्रबंधन नहीं हैं. ना तो स्कूल में पूरे शिक्षक मिले और ना ही छात्र. जब सीडीओ ने स्कूल में मौजूद शिक्षकों और शिक्षा मित्रों से हिंदी के शब्द मिठाइयां और रंग बिरंगी टोपियां लिखने के लिए कहा, जिसपर स्कूल के शिक्षक दोनों ही शब्द सही नहीं लिख पाए. 

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CDO ने शिक्षकों पर नोटिस जारी करने के दिए निर्देश
खबर सुनने के बाद यह सवाल हर किसी के मन में उठता है कि ऐसी शिक्षा व्यवस्था देखकर कैसे कोई अपने बच्चे को बेहतर शिक्षा के लिए सरकारी स्कूलों में भेजे. शिक्षा के यह हालात देखकर तो देश का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है जहां सैकड़ो- हजारों बच्चों के भविष्य का मजाक बनाया जा रहा है. शिक्षा व्यवस्था की यह दुर्दशा देखते हुए सीडीओ ने मौजूद शिक्षकों को अपनी योग्यता पर आत्मचिंतन करने की सलाह दी है. इसके साथ ही शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं.

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