बंगाल में मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जाएगी एंबुलेन्स

पश्चिम बंगाल में मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी योजना चलाई गई है. इसके तहत मछलियों के लिए खास एंबुलेन्स चलाई जाएगी. जिससे मछलियों के रोगों का उपचार किया जा सके.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 14, 2020, 04:45 PM IST
    • पश्चिम बंगाल में एक खास पहल
    • मछलियों के लिए चलेगी एंबुलेन्स
    • मछलियों को रोगों के उपचार के साथ होगा अध्ययन
बंगाल में मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जाएगी एंबुलेन्स

दक्षिण 24 परगना: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन में मछलियों के लिए एक एंबुलेंस की शुरुआत की गई है. कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि इससे मछली पालन करने वाले किसानों को काफी लाभ होगा.

मछलियों के रोगों का होगा उपचार
वैज्ञानिकों का कहना है कि मछली पालन के दौरान मछुआरों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है. कई बार जलाशय का पानी दूषित होने की वजह से मछलियों की मौत हो जाती है या फिर कई अलग-अलग प्रकार के रोगों के चलते इन मछलियों की शारीरिक अवस्था खराब हो जाती है.

मछलियों के ईलाज के साथ होगा अध्ययन भी
आपको बता दें कि इसी को ध्यान में रखते हुए मछुआरों के लिए 'फिश एंबुलेंस' की शुरुआत की गई है. जिसमें सुंदरवन में मौजूद जलाशयों से मछलियों को लाकर उनका अध्ययन किया जाएगा और इलाज भी किया जाएगा. यूनियन रूरल सेल्फ एंप्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर उदय कुमार लाहिरी ने बताया कि उन्होंने इस तरह की एंबुलेंस पहली बार देखी है जो काफी अलग है और इससे मछुआरों को काफी फायदा पहुंचेगा. ये एंबुलेंस मछलियों के ट्रीटमेंट में भी कारगर साबित होगी.

मछुआरे हुए खुश
मछलियों की एंबुलेंस के आने से मछुआरों में भी खुशी की लहर है. उनका कहना है कि वो लोग इससे बेहद खुश हैं. उन्होंने कभी ऐसा सोचा भी नहीं था कि उनकी मछलियों के इलाज के लिए एम्बुलेंस सेवा शुरू की जाएगी. इस तरह से अगर मदद मिलेगी तो बहुत अच्छा होगा.

एंबुलेन्स के अंदर होगा वाटर टैंक
शस्य श्यामला कृषि विज्ञान केंद्र के टीचर डॉक्टर स्वागत घोष ने बताया कि उन्होंने एक वाटर टैंक तैयार किया है. जिसमें मछलियों को रखा जाएगा और उसके बाद प्रशिक्षण केंद्र में ले जाकर मछलियों की जांच की जाएगी. इसके साथ ही एंबुलेंस के अंदर पानी को टेस्ट करने के लिए अलग-अलग कम्प्यूटराइज्ड प्रक्रिया भी मौजूद हैं. आने वाले दिनों में इस एंबुलेंस की सेवा और भी ज्यादा बढ़ाई जाएगी. ये एंबुलेंस सुंदरबन के मछुआरों के लिए भी कारगर साबित होगी और मछली के उत्पादन को और बढ़ा फायदा होगा.

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