क्या आपको बहरा भी बना सकता है Corona Virus ? एक Study में सामने आया सच
ब्रिटेन में इस संबंध में किए गए एक अध्ययन में यह बताया गया है कि Corona संक्रमण बहरेपन का कारण भी बन सकता है. हालांकि यह भी सामने आया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बहरे होने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है.
नई दिल्लीः Corona महामारी से निपटने की अभी तैयारियां चल रही हैं. तमाम उपाय खोजे जा रहे हैं, वैक्सीन के लेकर ट्रायल चल रहे हैं, इस बीच इस वायरस के अलग-अलग लक्षण और शरीर पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभाव सामने आ चुके हैं.
अब एक Study में सामने आया है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के कारण कुछ मरीजों में स्थायी रूप से अचानक बहरेपन (Hearing Loss) की समस्या पैदा हो सकती है.
हालांकि बहरापन की समस्या बेहद कम
जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन में इस संबंध में किए गए एक अध्ययन में यह बताया गया है कि Corona संक्रमण बहरेपन का कारण भी बन सकता है. हालांकि यह भी सामने आया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बहरे होने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है.
इस अध्ययन के अनुसार, आठ में से एक कोरोना संक्रमित मरीज की सुनने की शक्ति कम हो सकती है. यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर के ऑडियोलॉजिस्ट ने 121 वयस्क संक्रमित मरीजों पर यह अध्ययन किया है.
दूर की जा सकती है समस्या
वहीं इस मामले में ब्रिटेन में ‘यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन’ (University College London) के विशेषज्ञों समेत वैज्ञानिकों के अनुसार, इस संक्रमण के कारण बहरेपन की समस्या पैदा होने को लेकर जागरूकता बहुत जरूरी है, क्योंकि स्टेरॉयड के जरिए उचित उपचार से इस समस्या को दूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इसका कारण स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन फ्लू जैसे वायरल संक्रमण के बाद भी इसी प्रकार की समस्या होती है.
इस तरह का आया मामला
बीएमजे केस रिपोर्ट्स’ पत्रिका में प्रकाशित अनुसंधान में 45 वर्षीय एक ऐसे व्यक्ति का जिक्र किया गया है, जो अस्थमा का मरीज है. कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित होने के बाद अचानक उसकी सुनने की क्षमता नष्ट हो गई.
इस व्यक्ति को संक्रमण से पहले सुनने संबंधी कोई अन्य समस्या नहीं थी. व्यक्ति को स्टेरॉयड की गोलियां और टीके लगाए गए, जिसके बाद उसकी श्रवण क्षमता आंशिक रूप से लौट गई.
हो सकती है टिनीटस की शिकायत
इसी तरह इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में भी ऐसा ही एक अध्ययन प्रकाशित हुआ है. अध्ययन के दौरान जब मरीजों से उनके सुनने की क्षमता के बारे में पूछा गया तो 121 में से 16 लोगों ने कहा कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के आठ हफ्ते बाद उनके सुनने की क्षमता बहुत कम हो गई थी.
इनमें से आठ लोगों ने उनकी श्रवण शक्ति के बेहद खराब परिस्थिति की बात कही, जबकि आठ लोगों ने टिनीटस की शिकायत की. टिनीटस कानों से संबंधित एक समस्या है., जिसमें कान में कुछ बजते रहने की आवाज आती है.
अनुसंधानकर्ताओं ने एक अध्ययन में कहा, 'बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने के कारण बहरेपन की समस्या को लेकर और अनुसंधान करने की आवश्यकता है, ताकि इस समस्या का पता लगाकर उसका उपचार किया जा सके.
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