नई दिल्ली: राजधानी में नकली नोटों की कमाई धड़ल्ले से चल रही है. पुलिस को इसका एक बड़ा जखीरा मिला है. छापेमारी में लेपटॉप और नकली नोट छापने के उपकरण बरामद हुए हैं. इसमें 5 लोग गिरफ्तार हुए हैं. नोटों में मुख्य रूप से 2 हजार के 500 के और 100 के नोटों में ही गड़बड़ियां दर्जा की गई हैं. कुछ जानकारियां तो यह भी मिलीं कि यूएस डॉलर भी छापे जा रहे थे. हालांकि, इसकी पुष्टि फिलहाल हो नहीं पाई है.
2 साल से बाजार में खपा रहे थे नकली नोट
छापेमारी के बाद जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो मालूम हुआ कि इसका मास्टरमाइंड तबरेज लंगड़ा नाम का एक व्यक्ति है. शोएब मालिक लॉजिस्टिक दानिश मालिक डिजायनर व ग्राफिक्स भी धर-दबोचे गए हैं. इनमें से एक दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दू कालेज का छात्र भी रहा है. पुलिस ने नकली नोटों के रिसीवर रघुराज को भी गिरफ्तार किया है. पूछताछ में यह पता चला कि यह काम वो पिछले 2 साल से कर रहे थे और नोटों को बाजार में किसी तरह का खपाया जा रहा था.
नकली यूएस डॉलर भी छापे जा चुके हैं
पूछताछ में यह पता चला कि तबरेज ने कुछ लोगो की मदद से एक गैंग बनाया और यह काला धंधा शुरू कर दिया. यह नकली नोट छापने का पेपर कहां से लाते थे, उसकी तलाश अभी जारी है. इनमें से कुछ आरोपी मिडिल ईस्ट देशों में जा चुके हैं. पकड़े गए नोटों में भरतीय नकली नोट 55 लाख के हैं और यूएस डॉलर 1 लाख 66 हजार के.
आरोपियों ने बताया कि वे अब तक 6 करोड़ के नकली नोट खपा चुके हैं. पुलिस के मुताबिक वेनेजुएला की मुद्रा में डील से इस धंधे की शुरुआत की गई थी. पुलिस इसकी और भी जानकारियां निकाल रही है.