नई दिल्लीः 29 अप्रैल 1999 की उस रात राजधानी दिल्ली लगभग नींद के आगोश में जा रही थी. रात के 11ः30 बजे राजधानी का टैमरिंड कोर्ट रेस्टोरेंट भी कुछ देर में बंद ही होने वाला था. इतने में एक युवक अपने दो-तीन दोस्तों के साथ बार में आया और शराब परोसने को कहा-लेकिन बार टेंडर ने शराब खत्म होने की बात कही. उसने फिर कहा-लेकिन उसे मना किया गया.
इस पर युवक ने गन निकाल ली और लेडी बार टेंडर पर तानते हुए फिर शराब मांगी, जवाब वही कि शराब खत्म हो गई. इसके बाद एक गोली छत को बेध गई और दूसरी उस लेडी के सिर में घुस गई. यानी 1999 के चौथे महीने के आखिरी रोज जेसिका लाल मार दी गई.
फिर शुरू हुई मुश्किल राह
जेसिका ने जिसे शराब न परोसने की वजह से जान गंवाई थी, वह और कोई नहीं मनु शर्मा था, जो कि हरियाणा के कद्दावर कांग्रेसी नेता विनोद शर्मा का बेटा था. लिहाजा जेसिका लाल मर्डर केस में इंसाफ की राहें मुश्किल हो गईं. सात साल तक चले मुकदमे के बाद फरवरी 2006 में सभी आरोपी बरी हो गए.
इसके बाद जेसिका की बहन सबरीना सामने आईं, उन्होंने केस में नई जान फूंकी और लड़ाई लड़ी.
सबरीना लाल ने हिम्मत नहीं हारी
आरोपियों के बरी होने के बाद भी जेसिका का परिवार निराश नहीं हुआ. यह मामला मीडिया में उछला. उसके बाद तो जेसिका लाल मर्डर केस में इंसाफ के लिए दिल्ली क्या पूरा देश एक साथ आ गया. इस केस को दोबारा खोलना पड़ा. फास्टट्रैक कोर्ट में केस चला. उसके बाद जेसिका के हत्यारे मनु शर्मा को उम्र कैद की सजा सुनाई गई.
सबरीना ने चिट्ठी लिखी थी, मैंने माफ कर दिया है
सजा पाने के बाद मनु शर्मा ने लंबे वक्त तक सजा काट ली है. बीच में उनकी रिहाई को लेकर बात हुई तो सबरीना लाल ने दिल्ली की तिहाड़ जेल के वेलफेयर ऑफिसर को एक चिट्ठी लिखकर बताया कि उन्हें मनु शर्मा की रिहाई में कोई आपत्ति नहीं है. मनु पिछले तिहाड़ में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहा है. सबरीना ने इस चिट्ठी के बारे में मीडिया को बताते हुए कहा था कि मैं ईसाई हूं और माफ करने में यकीन रखती हूं.
विक्टिम वेलफेयर बोर्ड से पैसे नहीं चाहती
मेरी मां ने मनु को 1999 में ही माफ कर दिया होता अगर उसने खुद माफी मांगी होती. मैंने अपनी बहन और मां-बाप को खो दिया है. हमारी ज़िंदगी में एक वक्त वह भी आता है, जब हमें कुछ चीज़ों को पीछे छोड़ देना होता है. मैं विक्टिम वेलफेयर बोर्ड की ओर से मिलने वाले पैसे भी नहीं लेना चाहती. इन्हें किसी ज़रूरतमंद को दे देना चाहिए.
..और मनु शर्मा की रिहाई की मिली अनुमति
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मनु शर्मा को रिहा करने की अनुमति दी है. मनु शर्मा जेसिका लाल मर्डर केस में उम्रकैद की सजा काट रहा है. सेंट्रल कारागार के महानिरीक्षक संदीप गोयल ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि अच्छे आचरण और सेंटेंस रिव्यू कमेटी के फैसले के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मनु शर्मा को रिलीज करने की अनुमति दी थी.
लिहाजा सोमवार को उन्हें रिहा कर दिया गया. मनु शर्मा पहले से ही परोल पर था.
सबरीना की इस लड़ाई पर बनी थी फिल्म
जेसिका की बहन सबरीना की इस लड़ाई पर बॉलीवुड में फिल्म भी बनी थी. नाम था नो वन किल्ड जेसिका. फिल्म में रानी मुखर्जी, विद्या बालन और मायरा ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं थीं. सबरीना की भूमिका में विद्या बालन थीं.