नई दिल्ली: लगातार पांच बार उत्तर प्रदेश से विधायक चुने जाने वाले मुख्तार अंसारी फिलहाल पंजाब की रोपड़ जेल में है. इधर बाहुबली नेता का बेटा अपने पिता के रास्ते पर चल निकला है. मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी के दिल्ली वसंत कुंज स्थित घर पर छापा मारा गया तो पुलिस की आंखें फटी रह गईं.
कई विदेशी हथियार हुए बरामद
अब्बास अंसारी के घर पर हुई छापेमारी में लखनऊ पुलिस ने छह असलहे और 4431 कारतूस समेत भारी मात्रा में शस्त्र बरामद किए. अब्बास के पास से बरामद असलहों में इटली से आयातित 12 बोर की डबल बैरल और सिंगल बैरल बेरेटा गन के साथ ऑस्ट्रिया की ग्लॉक-25 पिस्टल के बैरल और स्लाइड समेत तमाम असलहे मिले हैं. लखनऊ की इंडियन आर्म्स कॉर्प से खरीदी गई है. 300 बोर की मैगनम रायफल, दिल्ली के राजधानी ट्रेडर्स से खरीदी गई है. 12 बोर की डबल बैरल बेरेटा गन और मेरठ के शक्ति शस्त्रागार से यूएसए की 357 बोर की रयूगर जीपी 100 रिवाल्वर भी उसके पास से मिली हैं.
स्लोवेनिया से लाई गई एक राइफल जिसमें 223, 357, 300, 30, 30-60, 308 औरी 458 बोर के सात स्पेयर बैरल हैं. ऑस्ट्रिया की 380 ऑटो बोर की ग्लॉक-25 पिस्टल की एक स्लाइड बैरल, ऑस्ट्रिया की ही 40 बोर की ग्लॉक-23 जेन-4 की एक स्लाइड बैरल, 22 बोर की एक अन्य विदेशी पिस्टल का स्लाइड बैरल, ऑस्ट्रिया की 380 बोर की एक मैगजीन, ऑस्ट्रिया की 40 बोर की एक मैगजीन और ऑस्ट्रिया का ही एक लोडर भी पुलिस ने जब्त किया है.
प्रशासन को धोखे में रखकर जमा किए गए हथियार
यूपी एसटीएफ को अब्बास अंसारी के करतूतों की जानकारी इसी साल अगस्त में लगी. अब्बास अंसारी ने साल 2002 में जिलाधिकारी लखनऊ की ओर से डबल बैरल बंदूक का लाइसेंस नंबर 1628 लखनऊ के निशातगंज पेपरमिल कालोनी के पते से हासिल किया था. इसके बाद अब्बास ने जिला प्रशासन की अनुमति और वैरिफिकेशन के बिना ही इस लाइसेंस को नई दिल्ली बसंतकुंज स्थित किशनगंज के पते पर ट्रांसफर करवा दिया. इसके बाद अब्बास अंसारी ने दिल्ली में लाइसेंस नंबर एसडीबीएस/2/2015/1 की यूआइडी (10675002 1283342015) पर चार और असलहे खरीदे. इसकी सूचना भी लखनऊ पुलिस को भी नहीं दी गई. दो अलग अलग प्रदेशों में लाइसेंस और यूआइडी के जरिए असलहा खरीदने के मामले में पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया. अब्बास अंसारी शॉट गन में राष्ट्रीय स्तर का निशानेबाज है. उसने अपनी इसी छवि का इस्तेमाल हथियारों का जखीरा खड़ा करने में किया.
मुख्तार परिवार के पास कई शस्त्र लाइसेन्स
जांच में पता चला है कि बाहुबली मुख्तार अंसारी और उनके करीबी रिश्तेदारों के नाम नौ शस्त्र लाइसेंस जारी हुए हैं. इनमें से तीन लाइसेंस मुख्तार अंसारी और तीन उनके बेटे अब्बास अंसारी के नाम पर हैं. इन्हीं लाइसेंसों के आधार पर अब्बास ने अलग अलग राज्यों में हथियारों की खरीद की. आरोप है कि मुख्तार के बेटे ने एक ही लाइसेन्स और यूआईडी पर अलग अलग शहरों में हथियारों की खरीदारी की.
इस आधार पर अब्बास ने खरीदे असलहे
अब्बास अंसारी ने खुद को राष्ट्रीय स्तर का शूटर बताया है. इसके बाबत दस्तावेज भी पुलिस को सौंपे गए हैं. जिनकी छानबीन की जा रही है. नियम के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर के शूटरों को सरकार एक ही लाइसेंस पर कई असलहे खरीदने की छूट देती है. ऐसे लोगों को कम कीमत पर असलहे भी उपलब्ध कराए जाते हैं. इसी आधार पर अब्बास ने हथियार खरीदे ते. लेकिन इस बात की जानकारी प्रशासन को नहीं दी गई. इसलिए पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी, तथ्य छिपाने और शस्त्र अधिनियम का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है.