नई दिल्ली: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश के श्रेष्ठ 5 स्मारकों में से सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्मारक बन गया है. भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री और पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का उद्घाटन महज एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का एक साल पूरा हो तो पीएम मोदी एक बार फिर लौह पुरुष को नमन करने दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा के सामने पहुंच थे. लेकिन इस एक साल में दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा ने दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल को भी कमाई के मामले में पीछे छोड़ दिया है.
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के सर्वे के मुताबिक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश के श्रेष्ठ 5 स्मारकों में सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्मारक बन गया है.
एक साल में कमाए 63 करोड़ रुपये
आंकड़ों के अनुसार, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में महज एक साल में 24 लाख से ज्यादा पर्यटक घूमने पहुंचे. इन आंकड़ों में 24,44,767 पर्यटक स्टेच्यू को देखने पहुंचे. इन एक साल में 63,39,14,128 रूपये की कमाई स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की पर्यटन द्वारा है.
अगर इस सर्वे में भारत के अन्य Top-5 पर्यटन स्थल की बात करें तो...
आगरा के ताजमहल ने एक साल में 56 करोड़ की कमाई की है. बीते एक साल में यहां 64.58 लाख पर्यटक पहुंचे.
इस सूची में आगरा का किला (आगरा फोर्ट) में घूमने के लिए 24.98 लाख पर्यटक पहुंचे. जिसके जरिए यहां करीब 30.55 करोड़ रूपये की कमाई हुई.
अगले पायदान पर दिल्ली का कुतुब मीनार है. जहां 29.23 लाख पर्यटक पहुंचे और यहां कमाई करीब 23.46 करोड़ रूपये की हुई.
फतेहपुर सीकरी 19.04 करोड़ रूपये की कमाई, 12.63 लाख पर्यटक
जबकि दिल्ली के लाल किला ने 16.17 करोड़ की कमाई की. यहां बीते एक साल में 31.79 लाख पर्यटक पहुंचे
राजनीति करने वालों को करारा जवाब
इस सर्वे के सामने आने के बाद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राजनीति करने वालों की जुबान पर कड़ा ताला जड़ गया है. विपक्षी दलों ने इस मसले को लेकर खूब सियासी बखेड़ा किया था. हाल ही में 31 अक्टूबर को कांग्रेस महासचिव ने इसे एक बार फिर सियासी रंग देने की कोशिश की थी. लेकिन इस सर्वे की रिपोर्ट सामने आने के बाद हर किसी के लिए यह समझना आसान हो जाता है कि यह सिर्फ राजनीति चमकाने का मुद्दा नहीं है. बल्कि इसके जरिए देश के पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है.
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तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सरदार सरोवर बांध से 3.2 किलोमीटर दूर साधू बेट नाम के स्थान पर है जो नर्मदा नदी पर एक टापू है. सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा को बनाने पर कुल 2,989 करोड़ रुपए खर्च हुए थे. इसे बनाने में 3000 से ज्यादा लोग और 250 से ज्यादा इंजीनियरों ने काम किया. लेकिन, जब से इस प्रतिमा को आम लोगों के लिए खोला गया है पूरा इलाका एक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित हो गया है. हर रोज यहां हजारों लोग दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा को देखने पहुंचते है. और इसी का नतीजा है कि महज साल भर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने कमाई से सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.