नई दिल्ली: खूबसूरत दिखने वाले खिलौने आपके बच्चों को बीमार बना सकते है. यही नहीं इन खिलौनों में मौजूद केमिकल उनके विकास को बाधित भी कर सकता है.
ज्यादातर खिलौने टेस्टिंग में फेल
हाल ही में क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया यानी QCI ने बच्चों के पास उपलब्ध खिलौनों पर एक सर्वेक्षण किया था. ये सभी खिलौने इंपोर्टेड थे. जिन्हें दिल्ली एनसीआर के खिलौना बाजार से लाया गया था. जमा किए गए खिलौनों की जांच प्रयोगशाला में की गई.
दिल दहला देने वाला परिणाम आया सामने
इस सर्वेक्षण में 121 अलग अलग तरह के खिलौनों को टेस्टिंग के लिए लैब में भेजा गया था. जिसकी जांच में 66.90 परसेंट इंपोर्टेड खिलौने टेस्ट में फेल हो गए. केवल 33.10 परसेंट खिलौने ही इस टेस्ट में पास हो पाए.
QCI की रिपोर्ट के मुताबिक जमा किए गए खिलौनों में से 30 परसेंट प्लास्टिक खिलौने सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे. इनमें से कई खिलौनों में सीसा जैसे हैवी मेटल की मात्रा मिली. जबकि 80 प्रतिशत प्लास्टिक के खिलौने मैकेनिकल और फिजिकल सेफ्टी के मानकों पर फेल हो गए।
खिलौनों में पाया गया खतरनाक रसायन
प्रयोगशाला में जांच में पाया गया कि रिसायकिल प्लास्टिक से बने सभी खिलौनों में स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक डायोक्सीन रसायन बेहद ज्यादा मात्रा में मौजूद है. दिल्ली से इकट्ठा किए गए खिलौनों में इसकी मात्र 690 प्रतिग्राम TFQ (टॉक्सिक इक्वीलेंट कोसेंट) तक मिली. इसमें भी ब्रोमिनेटिड डायोक्सीन बहुत अधिक पाया गया. जिसके कारण बच्चों के गंभीर बीमारियों की चपेट में आने का खतरा था.
इनकी वजह से बच्चों को स्किन और सांसों की समस्या होने का खतरा था. कई खिलौनों में तो कैंसर कारक रसायन भी पाए गए.
ये खतरनाक केमिकल इंपोर्टेड और भारत में बने दोनों तरह के खिलौनों में पाए गए थे. जो हमारे बच्चों को बीमार बनाने के लिए पर्याप्त है.