अयोध्या: अयोध्या राम मंदिर पर 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पूरा अयोध्या राम मंदिर के भव्य निर्माण की तैयारी में जुटा हुआ है. प्रशासन से लेकर हर एक अयोध्यानिवासी राम मंदिर के स्थापना का इंतजार कर रहा है. राम मंदिर के बनने के चलते देश-विदेश से पर्यटकों की भारी संख्या में आने की संभावना जताई जा रही है.
पर्यटकों को दी जाएगी सुरक्षा
पर्यटकों के आवागमन की संभावना को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार उनके लिए यात्रा को और भी अधिक सुविधाजनक व सुरक्षित बनाना चाहते हैं. जिसके लिए प्रशासन अयोध्या में पर्यटक के लिए अलग से पर्यटक थाना बनाने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए प्रशासन से जमीन की देख-रेख भी शुरु कर दी है, लेकिन अभी किसी जमीन पर मुहर नहीं लगी है. पर्यटक थाना का कार्य रहेगा कि शहर व उसके आसपास के पर्यटक स्थलों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना.
साथ ही पर्यटकों के साथ छेड़छाड़ व किसी भी प्रकार के अन्य वारदातों पर अंकुश लगाने की जवाबदेही तैनात कर्मियों की होगी. यूपी सरकार पर्यटकों को स्वच्छ व सुंदर राम मंदिर के दर्शन में किसी भी प्रकार से बाधा नहीं आना देना चाह रहे हैं. जितने भी पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे उन्हें इसके लिए अलग से प्रशिक्षित किया जाएगा और इनकी जिम्मेदारी सिर्फ व सिर्फ पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की सुरक्षा और देखरेख की ही होगी.
प्रशासन कर रहीं है काम
14 नवंबर को SDM व CO सिटी ने अयोध्या में जमीनों का जायजा लिया. इन स्थानों में रामघाट रेलवे स्टेशन, साकेत पेट्रोल पंप व बैकुंठ धाम के पास थाना खोलने के लिए संभावित जमीन का निरीक्षण किया है. लेकिन जमीन को लेकर अंतिम निर्णय नहीं किया गया है. फिलहाल बस जमीन चिह्नित की गई है और सरकार के पास भेज दिया गया है. प्रशासन के पास रिपोर्ट भेज दी गई है और शासन की हरी झंडी मिलने के बाद ही पर्यटक थाना के काम को आगे बढ़ाया जाएगा. मीडिया एंजेसी IANS के हवाले से खबर आई है कि अगर प्रशासन को पर्यटक थाने के लिए सरकारी जमीन मिली तो ठीक है नहीं तो पेट्रोल पंप के पास ही भूमि का अधिग्रहण कर पर्यटक थाने का निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा.