पबजी की लत लगी तो उड़ा दिए पिताजी के साढ़े छह लाख
नई पीढ़ी के कुछ नए डिजिटल गेम कितने नुकसानदेह हो सकते हैं इसका ही एक मुजाहिरा है ये न्यूज़ स्टोरी जिसमे एक दसवीं कक्षा के छात्र ने अपने पिताजी की गाढ़ी कमाई के साढ़े छह लाख फूंक डाले पबजी में..
नई दिल्ली. किशोर बेटे की इस लत ने लात लगाईं परिवार को और चोट पहुंचाई घर की आर्थिक रीढ़ की हड्डी को. पबजी खेलने वाले दसवीं कक्षा के छात्र ने जो किया उसने जितना दुखी किया घर वालों को उतना ही हैरान भी कर डाला. तीन मान में इस लड़के ने गंवा दिये पिता के 6.5 लाख रुपये और खाली कर दिया उनका बैंक अकॉउंट.
चढ़ा पबजी का जूनून
दसवीं कक्षा का छात्र न बच्चा होता है न वयस्क. ज़िंदगी की कई बड़ी गलतियां इस उम्र में ही होती हैं क्योंकि तब किशोरों को समझाने वाला कोई नहीं होता और किशोरों में अपनी खुद की समझ इतनी सक्षम भी नहीं होती. इस छात्र ने अपने पिता से ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर मोबाइल लिया और उसमें उसे पबजी खेलने का ऐसा जूनून चढ़ा कि उसने अपने घर में ही चोरी कर डाली.
ये कहानी है हजारीबाग की
हजारीबाग के शहरी क्षेत्र के बड़कागांव मिशन रोड निवासी हैं इस छात्र के भुक्तभोगी पिता जो कि रेलवे में लोको पायलट की नौकरी करते हैं. इनके दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले बेटे ने ऑनलाइन पढ़ाई के नाम इनसे मोबाइल खरीदवाया किन्तु इस मोबाइल पर पबजी खेलना शुरू कर दिया. उसकी पबजी खेलने की लत इतनी बढ़ गई कि उसने गेम कैरेक्टर के लिए डायमंड ड्रेस और हथियार खरीदने के लिए अपने पिता के साढ़े छह लाख रुपये चोरी कर लिए.
बेटे के दोस्त से पता चला
रेलवे के लोको ड्राइवर पिता का अकाउंट खाली कर दिया उनके बेटे ने लेकिन उनको पता ही नहीं चला. पता तो तब चला जब बेटे के ही एक दोस्त ने उनको सारी बात बताई. पिता को अपने बेटे के हांथों ही अपनी सारी गाढ़ी कमाई लुट जाने की बात पर यकीन नहीं हुआ लेकिन जब उन्होंने साइबर सेल में अपने खाते से रुपयों के गबन की शिकायत की तो जांच में सारी कहानी सामने आ गई. इस छात्र ने अपने गेम के लिए पांच लाख 60 हजार रुपये के कपड़े, हथियार और डायमंड खरीदे थे, इतना ही नहीं, उसने अपने दोस्तों के लिए भी सवा लाख रुपये के गेम में रिचार्ज करा कर उनको हथियार खरिदवाये और 20 हजार रुपये नकद अलग से दिये.