जानिए 20 साल से क्यों कैलाश विजयवर्गीय ने नहीं खाया था अन्न, सामने आई वजह

कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि उन्होंने करीब 20 साल पहले इंदौर में पितृ पर्वत के पास हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया था. इसके साथ ही उन्होंने अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था. विजयवर्गीय ने पितृ दोष को खत्म करने के लिए हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया था.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 3, 2020, 08:50 AM IST
जानिए 20 साल से क्यों कैलाश विजयवर्गीय ने नहीं खाया था अन्न, सामने आई वजह

इंदौरः भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 20 साल बाद अन्न ग्रहण किया है. उन्होंने 20 साल पहले अपनी जन्मभूमि इंदौर में हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना का संकल्प लिया था. साथ ही हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित होने तक अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था. अब हनुमान जी की प्रतिमा स्थापना को लेकर मंगलवार को  इंदौर में 'नगर भोज' यानी भंडारे का आयोजन किया जाएगा.

इसमें इंदौर के सभी लोगों को आमंत्रित किया गया है. एक अनुमान के मुताबिक इस नगर भोज में करीब 10 लाख लोग प्रसाद ग्रहण करेंगे. यह नगर भोज मंगलवार शाम पांच बजे से शुरू होगा और रात 10 बजे तक चलेगा.

ट्वीट कर दी जानकारी
विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'नगर भोज का आमंत्रण! मंगलवार को इंदौर में होने वाले देश के सबसे बड़े नगर भोज में आइए. पितरेश्वर हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की भोजन प्रसादी कई मायनों में मिसाल बनेगी. 10 लाख लोगों को 10 हजार लोग 7 किमी में भोजन परोसेंगे.'

इसलिए छोड़ा था अन्न खाना
कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि उन्होंने करीब 20 साल पहले इंदौर में पितृ पर्वत के पास हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया था. इसके साथ ही उन्होंने अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था. विजयवर्गीय ने पितृ दोष को खत्म करने के लिए हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया था.

पितृ पर्वत की भी स्थापना बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ही की थी. उस समय वो इंदौर के मेयर हुआ करते थे. अब 20 साल बाद हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है और भाजपा नेता विजयवर्गीय का संकल्प पूरा होना जा रहा है. लिहाजा अब उन्होंने फिर से अन्न ग्रहण करना शुरू कर दिया है. वो पिछले 20 साल से फल-फूल खाकर रह रहे थे. हनुमान जी की यह प्रतिमा अष्टधातु की बनी है और 61 फुट ऊंची है.

मध्य प्रदेश को मिले दो हनुमान भक्त
कैलाश विजयवर्गीय के साथ ही मध्य प्रदेश को दो 'बड़े' हनुमान भक्त मिल गए हैं. इसके पहले सीएम कमलनाथ को भी उनके समर्थकों ने ऐलानिया तौर पर सबसे बड़ा हनुमान भक्त बताया था. दरअसल सीएम कमलनाथ ने अखंड हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन कराया था. यह आयोजन 30 जनवरी को बापू की पुण्यतिथि के मौके पर मिंटो हाल में किया गया था.

अब भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के अन्न न खाने की वजह सामने आने के बाद उनकी भी गिनती हनुमान भक्तों में होगी. हालांकि भाजपा तो अपने वैचारिक मुद्दों पर हैं, लेकिन कांग्रेस हिंदुत्व को लेकर अपना अलग-अलग रुख रही है. 

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