जुल्मो सितम का दंश झेल रहा बलोचिस्तान है इतना खूबसूरत, देखते ही कहेंगे जन्नत से कम नहीं!

पाकिस्तानी सेना के जुल्मो सितम का दंश झेल रहा बलोचिस्तान की एक अलग तस्वीर भी है. यह तस्वीर बलोचिस्तान की खूबसूरती की है. जिसे दुनिया में बहुत ही कम लोगों ने ही देखा है.

बलोचिस्तान की चर्चा दुनिया भर में हो रही है. आए दिन किसी न किसी जगह पर बम धमाके होते रहते हैं. लेकिन बलोचिस्तान के कुछ जगह ऐसे हैं जिसे आप देखते ही कहेंगे. यह तो जन्नत से कम नहीं है.

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हन्ना झील क्वेटा के पास एक सुंदर झील है. चारों तरफ पहाड़ और पेड़-पौधों से घिरी यह झील बहुत शांत लगती है. यहां लोग बोटिंग और पिकनिक के लिए आते हैं. बरसात के समय यह झील और भी सुंदर दिखाई देती है.

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कुंद मलीर बलोचिस्तान का एक बहुत ही सुंदर और शांत समुद्री किनारा है. यह जगह रेगिस्तान और समंदर दोनों को एक साथ दिखाती है. साफ नीला पानी, सुनहरी रेत और चारों तरफ शांति- यह सब मिलकर इस जगह को बहुत खास बनाते हैं. यहां का सूर्यास्त बहुत खूबसूरत होता है. यह जगह घूमने और आराम करने के लिए बहुत अच्छी है.

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गोंदरानी गुफाएं बलोचिस्तान के पहाड़ों में बनी बहुत पुरानी गुफाएं हैं. इन्हें कभी ‘गुफाओं का शहर’ कहा जाता था. ऐसा माना जाता है कि यहां कभी एक रानी गोंदरानी रहती थीं. इन गुफाओं के साथ कई रहस्यमयी कहानियां जुड़ी हुई हैं. यह जगह शांत और थोड़ी रहस्यमयी लगती है. यहां आकर ऐसा लगता है जैसे समय पीछे चला गया हो.

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हिंगोल नेशनल पार्क पाकिस्तान का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पार्क है. यहां पहाड़, रेगिस्तान, नदी और खास चट्टानें देखने को मिलती हैं. ‘प्रिंसेस ऑफ होप’ नाम की चट्टान बहुत प्रसिद्ध है. इस पार्क में कई जानवर और पक्षी भी रहते हैं. यहां की प्राकृतिक सुंदरता दिल को छू जाती है. यह जगह शांत, खुली और बहुत अलग है.

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श्री हिंगलाज माता मंदिर बलोचिस्तान की पहाड़ियों में बसा एक बहुत ही पवित्र मंदिर है. यह हिन्दुओं के 51 शक्तिपीठों में से एक है. कहा जाता है कि यहां माता सती का सिर गिरा था. यह जगह बहुत शांत और भक्ति से भरी होती है. हर साल हजारों लोग यहां दर्शन करने आते हैं. रेगिस्तान के बीचों-बीच यह मंदिर एक अनोखा अनुभव देता है. यहां का वातावरण आस्था और शक्ति से भरा हुआ है.