भारत के इस जंगल में रहते हैं सबसे ज्यादा शेर, गिनते-गिनते थक आपकी जाएगी जुबान!

भारत में शेर केवल गुजरात के गिर जंगल में पाए जाते हैं, जो एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास है. यहां शेरों की संख्या बढ़कर लगभग 674 हो चुकी है. गिर जंगल न सिर्फ शेरों का घर है, बल्कि एक मशहूर टूरिस्ट प्लेस भी है. राज्य सरकार शेरों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए लगातार काम रही है.

 

हम सब जानते हैं कि शेर को जंगल का राजा माना जाता है, जो अपनी ताकत और रुतबे के लिए मशहूर है. भारत में शेरों की एक खास प्रजाति पाई जाती है, जिसे एशियाई शेर कहा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में ऐसी कौन सी जगह है, जहां शेर सबसे ज्यादा संख्या में पाए जाते हैं? चलिए जानते हैं कि भारत के किस जंगल में सबसे ज्यादा शेर रहते हैं और उस जगह से जुड़ी कुछ खास बातें भी जानेंगे.

 

1 /7

भारत में शेर केवल एक ही प्रजाति के होते हैं, जिन्हें एशियाई शेर कहा जाता है. ये शेर अफ्रीकी शेरों से थोड़े छोटे होते हैं और इनकी गर्दन पर बाल कम होते हैं. ये शेर केवल गुजरात के गिर जंगल में ही पाए जाते हैं. गिर नेशनल पार्क एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास है.

2 /7

गिर जंगल गुजरात राज्य के जूनागढ़, अमरेली और सोमनाथ जिलों में फैला हुआ है. यह जंगल करीब 1,400 वर्ग किलोमीटर में फैला है और यहां शेरों के लिए सुरक्षित माहौल रहता है. यहां की वातावरण और जंगल की बनावट शेरों के लिए एकदम सही है.  

3 /7

हाल के वर्षों में, गिर जंगल के शेरों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. 2020 में किए गए सर्वे के अनुसार, गिर और उसके आसपास के इलाकों में लगभग 674 शेर पाए गए हैं. यह संख्या पिछले आंकड़ों के मुकाबले बढ़ी है, जिससे पता लगता है कि शेरों को संरक्षित करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है.

4 /7

वैसे तो गिर जंगल ही शेरों का असली घर है, लेकिन अब शेर गिर से बाहर भी दिखाई देने लगे हैं. राज्य सरकार ने कुछ शेरों को दूसरे सुरक्षित वन जैसे मितियाला और देवलिया पार्क में भी भेज दिया है, ताकि उनकी सुरक्षा और प्रजनन में मदद मिल सके.  

5 /7

शेरों की बढ़ती आबादी के साथ-साथ उनके लिए खतरे भी बढ़ रहे हैं. सड़क दुर्घटनाएं, बीमारियां और human wildlife conflict जैसे मुद्दे अब सामने आ रहे हैं. इसलिए शेरों की सुरक्षा और उनके लिए सुरक्षित इलाकों का विस्तार बहुत जरूरी हो गया है.

6 /7

गिर नेशनल पार्क अब एक टूरिस्ट प्लेस भी बन गया है, जहां हर साल हजारों लोग शेरों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए आते हैं. इससे वहां लोगों को भी रोजगार मिलता है और शेरों के संरक्षण के लिए भी फंड इकट्ठा होता है.

7 /7

शेरों को बचाने के लिए सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि वहां पर रहने वाले लोगों की भी बड़ी भूमिका है. गांवों में जागरूकता फैलाना, जंगल में अवैध शिकार रोकना और शेरों के आवास को सुरक्षित रखना हम सभी की जिम्मेदारी है.