350 साल पुरानी वो रहस्यमयी जगह, जहां से तय होता है दुनिया का समय

हर दिन जो समय हम अपनी घड़ी में देखते हैं, उसकी शुरुआत एक खास ऐतिहासिक जगह से होती है. करीब 350 साल पहले बना यह स्थान आज भी दुनिया के हर कोने में समय तय करने का आधार है. यहीं से पूरे विश्व का समय मापा और नियंत्रित होता है.

दुनिया में कुछ ऐसी जगहें होती हैं, जिनका असर हर इंसान की जिंदगी पर पड़ता है, चाहे वो कहीं भी हो. हम रोज अपने मोबाइल और घड़ियों में जो समय देखते हैं, उसका एक बड़ा रहस्य एक ऐसी जगह से जुड़ा है, जो न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि विज्ञान और समय की दुनिया में भी बेहद खास मानी जाती है. क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर का समय एक निश्चित बिंदु से तय किया जाता है? और यह जगह करीब 350 साल पुरानी है.

 

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हर देश में अपनी-अपनी घड़ियों का समय होता है, लेकिन उसका आधार एक ही होता है, जिसे 'मीन टाइम' या 'ग्रीनविच मीन टाइम  (GMT)' कहा जाता है. दुनिया का हर देश अपना समय इसी के अनुसार सेट करता है, चाहे वो भारत हो या अमेरिका. लेकिन सवाल यह है कि ये GMT तय कहां से होता है?

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यह रहस्य जुड़ा है एक वेधशाला से, जिसकी नींव 1675 में इंग्लैंड के राजा चार्ल्स द्वितीय ने रखी थी. उस समय समुद्री नेविगेशन में सटीक समय की बेहद जरूरत थी. इसी जरूरत को पूरा करने के लिए बनी Royal Observatory ने समय को समझने और मापने का नया रास्ता दिखाया.

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हर नक्शे और GPS सिस्टम में एक रेखा होती है, जिसे 'Prime Meridian' कहा जाता है. यह रेखा पूरी धरती को दो हिस्सों में बांटती है, Eastern Hemisphere और Western Hemisphere. यह रेखा गुजरती है लंदन के एक छोटे से इलाके 'ग्रीनविच' से. यहीं पर स्थित है 'Royal Observatory', वही ऐतिहासिक जगह जहां से दुनिया का समय तय होता है.

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Royal Observatory में पुराने जमाने के एस्ट्रोनॉमर मशीन और टेलीस्कोप आज भी देखे जा सकते हैं. यहीं से वैज्ञानिकों ने तारों और ग्रहों की स्थिति के आधार पर समय की गणना की. यही जगह GMT की जननी बनी और आज भी वैज्ञानिक समय की गिनती इसी बिंदु से शुरू करते हैं.

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हालांकि, आजकल डिजिटल घड़ियां और स्मार्टफोन का जमाना है, लेकिन उनके पीछे जो समय चलता है, वो अब भी इसी पुराने बिंदु पर आधारित है. इंटरनेशनल टाइम जोन का बेस यही GMT है, और हर देश का समय इसी के आगे-पीछे सेट होता है, जैसे भारत का समय GMT से 5 घंटे 30 मिनट आगे चलता है.

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आज के समय में Royal Observatory Greenwich एक मशहूर टूरिस्ट स्पॉट बन चुका है. यहां लाखों लोग हर साल आते हैं, Prime Meridian Line पर खड़े होकर फोटो लेते हैं और अनुभव करते हैं कि किस जगह से पूरी दुनिया का समय मापा जाता है.

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सोचिए, एक छोटी सी वेधशाला, जो आज से 350 साल पहले सिर्फ नेविगेशन के लिए बनी थी, कैसे आज पूरी दुनिया के समय की रीढ़ बन चुकी है. Royal Observatory Greenwich सिर्फ एक वैज्ञानिक स्थल नहीं, बल्कि समय को मापने की एक विरासत है.