J&K Pahalgam Terror attack: पहलगाम हमले की हालिया रिपोर्ट में स्पष्ट हो गया है कि आतंकवादियों का पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन था. हाल ही में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भड़काऊ बयान दिया था. जिसे आतंकी हमले के लिए ट्रिगर पॉइंट माना जा रहा है. ऐसे में भारत के पास मिराज 2000 है, जिसने बालाकोट एयरस्ट्राइक में अपना दमखम दिखाया था.
Mirage 2000 power: 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी. इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने. फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट द्वारा निर्मित यह चौथी पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर जेट है. यह वही विमान है, जिसने करगिल युद्ध में भी दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त किया था. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि भारत पहलगाम आतंकी हमले के बाद, पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाता है. तो दोबारा मिराज 2000 का इस्तेमाल कर सकता है. ऐसे में, आइए जानते हैं मिराज 2000 की ताकत के बारे में.
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए. इसके जवाब में भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने 12 मिराज 2000 जेट्स का इस्तेमाल किया, जिन्होंने सटीक बमबारी से लगभग 300 आतंकियों को ढेर किया. यह भारत की सैन्य ताकत और इच्छाशक्ति का सबसे बड़ा सबूत है.
मिराज 2000 एक फ्रांसीसी सिंगल-इंजन डेल्टा विंग फाइटर जेट है, जिसे डसॉल्ट एविएशन ने 1970 के दशक के अंत में डेवलप किया था. यह मल्टीरोल क्षमता वाला विमान है. जो हवा से हवा और हवा से जमीन दोनों तरह की लड़ाइयों में सक्षम है. भारत ने इसे 1980 के दशक में शामिल किया और समय के साथ इसे कई मॉडर्न अपग्रेड के साथ लैस किया गया है.
मिराज 2000 में SNECMA M53-P2 टर्बोफैन इंजन लगा है. जो इसे 2,333 किमी/घंटा की गति से उड़ने की क्षमता देता है. यह 60,000 फीट तक की ऊंचाई पर आसानी से ऑपरेट कर सकता है, जिससे यह ऊंचाई वाले मिशनों और दुर्गम क्षेत्रों में भी कारगर साबित होता है. इसकी फ्लाई-बाय-वायर टेक्नोलॉजी इसे बेहद सटीक और फुर्तीला बनाती है.
मिराज 2000, दो 30 मिमी की DEFA तोपों से लैस है. यह 6,300 किलोग्राम तक हथियार और उपकरण ले जा सकता है. इसमें MICA, Magic II, Super 530D जैसे एयर-टू-एयर मिसाइल, और SCALP क्रूज मिसाइल, लेजर-गाइडेड बम जैसे एयर-टू-ग्राउंड हथियार लगाए जा सकते हैं. इसके अलावा, यह Exocet एंटी-शिप मिसाइल भी लॉन्च कर सकता है.
1999 के करगिल युद्ध में ऑपरेशन ‘सफेद सागर’ के दौरान मिराज 2000 ने बर्फीली पहाड़ियों में पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक बमबारी की थी. यह पहला मौका था, जब भारतीय वायुसेना ने मिराज को बड़े पैमाने पर कॉम्बैट रोल में तैनात किया. बालाकोट स्ट्राइक ने एक बार फिर साबित किया कि यह जेट भारत की सबसे भरोसेमंद हवाई मारक ताकतों में से एक है.
Mirage 2000-5 वर्जन में RDY रडार लगाया गया है. जो 100–120 किमी की दूरी से दुश्मन फाइटर जेट्स को पकड़ सकता है. इसमें 9 हार्ड पॉइंट्स होते हैं जिससे यह ज्यादा हथियार और फ्यूल टैंक ले जा सकता है. डसॉल्ट की यही कंपनी अब भारत को राफेल भी दे चुकी है. भारत ने अपने Mirage स्क्वाड्रन को लगातार अपग्रेड किया है, ताकि वे 2030 तक पूरी ताकत से ऑपरेट कर सकें.