भारत की सैन्य क्षमता की तूती यूं हीं नहीं बोलती है. भारत के पास दुनिया के सबसे खतरनाक हथियार हैं. जिनमें शामिल ये 5 हथियार, पाकिस्तान को जंग के मैदान में नेस्तनाबूद करने की क्षमता रखते हैं.
भारतीय सेना लगातार अपनी सैन्य ताकत को आधुनिक तकनीक और अत्याधुनिक हथियारों से सशक्त कर रही है. इन हथियारों में कुछ ऐसे नाम शामिल हैं जो किसी भी दुश्मन देश के लिए खौफ का दूसरा नाम बन चुके हैं. चाहे सीमा पर घुसपैठ हो या युद्ध की नौबत आए, ये 5 घातक हथियार पाकिस्तान जैसे शत्रु देश को कुछ ही मिनटों में धूल चटाने में सक्षम हैं.
रूस से खरीदे गए इन टैंकों को भारत में अपग्रेड कर भीष्म नाम दिया गया है. 125 mm की स्मूथबोर गन, थर्मल इमेजिंग और नाइट फाइटिंग सिस्टम से लैस है. वहीं इसकी रफ्तार 60 किमी/घंटा से अधिक है. साथ ही, यह NBC (न्यूक्लियर-बायोलॉजिकल-केमिकल) सुरक्षा प्रणाली से लैस है. जिसकी मदद से पाकिस्तान की किसी भी टैंक रेजिमेंट को तबाह किया जा सकता है. रेगिस्तानी और समतल क्षेत्रों में यह भारतीय सेना को निर्णायक बढ़त दिला सकता है.
इजरायल में बनी यह तीसरी पीढ़ी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल है. 4 किलोमीटर तक की रेंज से दुश्मन के टैंकों को सटीकता से निशाना बनाती है. इसमें Fire and Forget और Top Attack मोड है, जिससे यह दुश्मन के टैंक के सबसे कमजोर हिस्से पर वार करती है. सैनिक इसे कंधे पर रखकर भी चला सकते हैं, जो इसे बेहद लचीला बनाता है. स्पाइक मिसाइल सीमा पर मौजूद पाकिस्तानी टैंकों और बंकरों को पलक झपकते ही तबाह कर सकती है, जिससे उनकी जमीनी लड़ाई की ताकत कमजोर हो जाएगी.
भारत और रूस की संयुक्त परियोजना से बनी यह दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइल है. इसकी रफ्तार मैक 2.8 से अधिक है यानी ध्वनि से करीब तीन गुना तेज. वहीं, इसकी रेंज 450 से 500 किलोमीटर तक है. इसकी सबसे बड़ी खूबी है कि यह कहीं से भी दागी जा सकती है. यह जमीन, हवा, समुद्र और पनडुब्बियों से दागी जा सकती है. साथ ही, उच्च-सटीकता के साथ किसी भी टारगेट को तबाह करने की क्षमता रखती है. पाकिस्तान के किसी भी सामरिक ठिकाने, सैन्य अड्डे या आतंकी लॉन्च पैड को दूर से ही खत्म किया जा सकता है, जिससे वे रक्षात्मक तैयारी से पहले ही ढेर हो जाएंगे.
स्वदेशी रूप से विकसित 155 mm, 45 कैलिबर की यह तोप भारत की फायर पावर को नई ऊंचाई देती है. इसकी रेंज 38 से 42 किलोमीटर है. यह बोफोर्स तोप की तकनीक पर आधारित है, लेकिन उससे ज्यादा आधुनिक और सटीक हमला करती है. यह दुर्गम इलाकों में भी तैनाती और फायरिंग में सक्षम है. जिसके चलते एलओसी या दुर्गम पहाड़ी सीमाओं पर यह तोप पाकिस्तानी बंकरों और सैनिक जमावड़ों को तबाह कर सकती है. लंबे युद्ध के दौरान यह भारत की बड़ी ताकत बन सकती है.
भारत में विकसित यह रॉकेट सिस्टम दुश्मन के ठिकानों पर भारी गोला-बारूद एक साथ बरसाने की ताकत रखता है. इससे एक साथ 12 रॉकेट दागने की क्षमता है. जिसकी रेंज 75 किलोमीटर तक है. वहीं यह दुश्मन की लॉजिस्टिक सप्लाई, बंकर और हथियार डिपो को खत्म करने में सक्षम मानी जाती है. इसकी मदद से पाकिस्तानी सेना की सप्लाई लाइन, फॉरवर्ड पोस्ट और आतंकी ट्रेनिंग कैंप इस हथियार के सामने कुछ मिनट भी टिक नहीं सकते. इसे युद्ध की दिशा मोड़ने वाला हथियार माना जाता है.