कहां है भारत का पहला रोपवे, बड़े-बड़े ज्ञानी हो जाते हैं जवाब देने में फेल!

रोपवे का सफर आज तो बहुत आम हो गया है, लेकिन क्या आपको पता है भारत में सबसे पहला रोपवे कहां बना था? 

 

हवा में झूलते हुए रास्ता पार करना, पहले समय के लोगों के बीच ये किसी अजूबे से कम नहीं था. लेकिन आज के समय में रोपवे में सफर करना काफी आम हो गया है. लेकिन भारत के पहले रोपवे के बारे में जानना बेहद ही दिलचस्प होगा, आइए इस लेख के जरिए जानते हैं...

 

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भारत में सबसे पहले रोपवे का निर्माण साल 1960 के दशक में बिहार के राजगीर में हुआ था. यह रोपवे एक बार में केवल एक ही इंसान को लिफ्ट कर सकता है.   

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यह एक चेयरलिफ्ट रोपवे है जो रत्नागिरी पहाड़ी की चोटी और विश्व शांति स्तूप (विश्व शांति शिवालय) तक जाता है. भारत के पहले राजगीर रोपवे की कुल लंबाई 1700 मीटर है.   

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जापान के जाने-माने बौद्ध सन्यासी फुजी गुरुजी (Nichidatsu Fujii Nichidatsu Fujii) ने राजगीर के विश्व शांति स्तूप को उपहार में दिया था.  

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हालांकि 2016 में इस रोपवे के रिकंस्ट्रक्शन का काम शुरू किया गया. जिसमें 20  केबिन बनाए गए. इस रोपवे को पहले से बेहतर बनाया गया है.   

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वहीं जारी आंकड़ों के अनुसार साल 2024 में लगभग 7 लाख से अधिक लोग विश्व शांति स्तूप पर लगे रोपवे पर सवार हुए थे. यह बिहार का एक बड़ा ट्रैवल डस्टिनेशन बन गया है.  

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यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता.