भारत के इस जंगल में रहते हैं सबसे ज्यादा हाथी, जानें कई राज्यों में फैले इस इलाके की खासियत

भारत में सबसे ज्यादा हाथी नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व में पाए जाते हैं, जो तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में फैला है. यहां की जलवायु और प्राकृतिक संसाधन हाथियों के लिए अनुकूल हैं. यह क्षेत्र हाथियों के संरक्षण और पर्यटन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है.

 

भारत में हाथियों को जंगल का राजा कहा जाता है. ये न सिर्फ हमारे पर्यावरण के लिए जरूरी हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा में भी इनका खास स्थान है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे ज्यादा हाथी किस जंगल में पाए जाते हैं? चलिए, आज इसी सवाल का जवाब ढूंढते हैं और थोड़ा गहराई से जानते हैं इस खास जंगल के बारे में.

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भारत में सबसे ज्यादा हाथी नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व में पाए जाते हैं. यह भारत का सबसे बड़ा संरक्षित वन क्षेत्र है, जो तमिलनाडु , कर्नाटक और केरल में फैला हुआ है. यह एक बहुत बड़ा सुरक्षित इलाका है, जिसमें मुदुमलई, बांदीपुर, नागरहोल और वायनाड जैसे प्रसिद्ध जंगल आते हैं. यहां की जलवायु और हरियाली हाथियों के रहने के लिए एकदम अनुकूल है.  

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इस क्षेत्र में घना जंगल, नदी-नाले और खुला मैदान है, जो हाथियों की जरूरतों को पूरा करता है. यहां खाने के लिए घास, फल और पानी भरपूर मात्रा में मौजूद है. साथ ही, इन इलाकों में शिकार और अवैध कटाई पर काफी नियंत्रण है, जिससे हाथियों को सुरक्षित माहौल मिलता है.  

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सरकारी आंकड़ों के अनुसार, नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व में लगभग 6,000 से ज्यादा जंगली हाथी रहते हैं. यह संख्या पूरे एशिया में सबसे अधिक मानी जाती है. हर साल यहां हाथियों की गणना होती है, जिससे उनकी संख्या और स्वास्थ्य पर नजर रखी जाती है.  

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इस क्षेत्र में सफारी और वाइल्डलाइफ टूरिज्म भी होता है, जिससे लोगों को हाथियों को उनके प्राकृतिक वातावरण में देखने का मौका मिलता है. इसके साथ ही सरकार और कई संस्थाएं हाथियों के संरक्षण के लिए काम कर रही हैं, ताकि इनकी आबादी सुरक्षित रहे.  

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हालांकि, यहां हाथियों की संख्या ज्यादा है, लेकिन इंसानों से टकराव, सड़क दुर्घटनाएं और जंगल की कटाई जैसी समस्याएं अब भी बनी हुई हैं. इनका हल निकालना जरूरी है ताकि हाथी और इंसान दोनों शांति से रह सकें.