इजरायल के हाथ लगा ये बम तो तबाही तय, एक झटके में साफ हो जाएंगे ईरान के न्यूक्लियर बेस!

Bunker Buster Bomb of US: इजरायल को ईरान के न्यूक्लियर बेस को नष्ट करने के लिए GBU-57A/B मैसिव ऑर्डिनेंस पेनिट्रेटर (MOP) बंकर बस्टर बम चाहिए, जो केवल अमेरिका दे सकता है. हालांकि, इसके हमले से ईरान में न्यूक्लियर रेडिएशन फैलने का खतरा है, जो आम लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है. यह बम 2011 में अमेरिकी वायुसेना को सौंपा गया, जो अमेरिका में परमाणु बम के बाद सबसे ताकतवर है.

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ईरान के न्यूक्लियर बेस को तबाह करने के लिए इजरायल को एक खास बम चाहिए. ये बम सिर्फ अमेरिका ही उसे दे सकता है. इसका नाम GBU-57A/B मैसिव ऑर्डिनेंस पेनिट्रेटर (MOP) बंकर बस्टर बम है. इजरायल को गलती से भी अमेरिका ने ये बम दिया तो ईरान की पूरी मेहनत पर पानी फिरना तय माना जा रहा है.

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जरूरी बात ये है कि अमेरिका ने अभी तक फैसला नहीं किया है कि वह इजरायल को ये बम देगा या नहीं. इस बम को इजरायल को दे दिया जाए तो एक खतरा ये भी है कि इसके अटैक से  ईरान में न्यूक्लियर रेडिएशन फैल सकते हैं. ये आम लोगों के लिए नुकसानदेह साबित होगा.

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GBU-57A/B मैसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर बम का निर्माण अमेरिकी वायुसेना ने किया, जिसे बोइंग ने डिजाइन किया. एटम बम को छोड़ दें तो ये अमेरिका का सबसे खतरनाक और ताकतवर बम माना जाता है. वैसे ये बम 2000 में डिजाइन किया गया, लेकिन बजट में कमी के कारण निर्माण रुका, लेकिन 2003 में फिर रफ्तार पकड़ी. आखिरकार 2011 में ये परियोजना अमेरिकी वायु सेना को सौंप दी गई.

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ये बम GPS से अपने टारगेट को खोजकर धरती के नीचे यानी अंडरग्राउंड बंकर को नष्ट करने की क्षमता रखता है. इस बम का वजन करीब 14,000 किलोग्राम है. यह लगभग 20.5 फीट लंबा है और इसका व्यास 31.5 इंच के आसपास है.

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मीडिया रिपोर्ट्स में तो ये भी दावा है कि यह बम 200 फीट कंक्रीट को भी भेदने में सक्षम है. ईरान ने भी जमीन के सैंकड़ों फीट नीचे न्यूक्लियर बेस बना रखे हैं, ये बम उन्हें तबाह करने की पावर रखता है.