Indian Anti-Submarine Warship: भारतीय नौसेना को नया स्वदेशी युद्धपोत INS एंड्रोथ मिल गया है. विशाखापत्तनम नेवल डॉकयार्ड में इसकी तैनाती होगी. जानें एंड्रोथ कितना ताकतवर है और इसके शस्त्रगार में कौन कौन से हथियार हैं.
Indian Anti-Submarine Warship: भारत डिफेंस के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है. मॉडर्न फाइटर जेट, खतरनाक मिसाइलों के अलावा समुद्र में भी अब स्वदेशी उपकरणों की ताकत दिखेगी. डिफेंस के क्षेत्र में तेजी आत्मनिर्भता की तरफ बढ़ते भारत के कदम के पीछे 'मेक इन इंडिया' का बहुत बड़ा योगदान है. इसी मेक इन इंडिया के तहत विकसित आज यानी 6 अक्टूबर को इंडियन नेवी को 5वां युद्धपोत मिल गया है. जिसका नाम INS एंड्रोथ है.
विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड में सोमवार को एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC) एंड्रोथ को कमीशन किया गया. एंड्रोथ से समुद्र में न केवल इंडियन नेवी की ताकत बढ़ेगी, बल्कि एंड्रोथ युद्धपोत स्वदेशीकरण का जीता जगता एक उदाहरण होगा.
INS एंड्रोथ को विशाखापत्तमन के नेवल डॉकयार्ड में तैनात किया जाएगा. जो पूरी नौसेना कमान का मुख्य नेवल अड्डा है. एंड्रोथ बंगाल की खाड़ी दुश्मनों की सबमरीन को ढूढ़ कर खत्म करने का काम करेगा. बंगाल की खाड़ी के तट पर विशाखापत्तनम नेवल यार्ड मौजूद है. यह बंदरगाह व्यापारिक रूप से भारत के लिए अहम है.
INS एंड्रोथ 77.6 मीटर लंबा एक भारी भरकम युद्धपोत है. यह डिफेंस और अटैक में सक्षम है. इसके शस्त्रागार में कई मॉडर्न हथियार हैं, जो दुश्मनों को पल भर में डुबोने की क्षमता रखते हैं. इसमें छिपे हुए दुश्मनों का पता लगाने के लिए मॉडर्न सेंसर लगे हुए हैं. नजदीकी दुश्मनों को खत्म करने के लिए नवल सर्फेस गन है. इसके हेलिकॉप्टर को डूबाने केलिए रॉकेट लॉचर्स भी है. साथ ही यह यु्द्धपोत 2X टॉरपेडो ट्यूब लॉन्चर्स, 2X मरीन ATDS और 4X माइन रेलस से लैस होगा.
इंडियन नेवी के इस युद्धपोत का नाम लक्षद्वीप के एंड्रोथ द्वीप के नाम पर रखा गया है, जो बहुत ही खूबसूरत द्वीप है. इंडियन नेवी में पहले से एंड्रोथ P69 नाम का एक जहाज मौजूद है. जिसने 27 साल तक समुद्र में देश की सेवा की. अब उसी परंपरा को एंड्रोथ युद्धपोत आगे बढ़ाएगा.
एंड्रोथ युद्धपोत आधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस है. यह दुश्मन की खोजी और पानी के अंदर से छिप कर हमला करने वाली पनडुब्बियों को खोजकर खत्म कर सकता है. इसके अलावा यह समुद्र की निगरानी करेगा. साथ ही आपात स्थिति में राहत और बचाव का भी काम करेगा.
एंड्रोथ भारत का 5वां स्वदेशी युद्धपोत है. इससे पहले नौसेना में अर्नाला, निस्तार, उदयगिरी, निलगिरी कमीशन हुए थे. अब आईएनएस एड्रोथ के नौसेना में शामिल होने से भारत की समुद्र में ताकत इजाफा होगा.