point nemo spacecraft cemetery: प्वाइंट नीमो को धरती का सबसे अकेला स्थान कहा जाता है, इस सूनसान जगह पर इंसानों का नामोनिशान नहीं है, ये किसी भी इंसानी बस्ती से 2,688 किमी दूर है.
point nemo spacecraft cemetery: प्वाइंट नीमो को धरती का सबसे अकेला स्थान कहा जाता है, इस सूनसान जगह पर इंसानों का नामोनिशान नहीं है, ये किसी भी इंसानी बस्ती से 2,688 किमी दूर है.
आज हम आपको दुनिया के सबसे शांत जगह के बारे में बताएंगे जहां न तो कोई टूरिस्ट स्पॉट है और न ही यहां इंसानी बस्ती, बल्कि यह पृथ्वी का ऐसा स्थान है जो किसी भी मानव बस्ती से सबसे दूर स्थित है
इस जगह का नाम प्वाइंट नीमो है जिसे “धरती का सबसे अकेला स्थान” कहा जाता है, ये जगह दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है. ये समुद्र का वह हिस्सा है जो चारों ओर से पानी से घिरा हुआ है और इसके पास कोई भी द्वीप या जमीन का टुकड़ा नहीं है.
प्वाइंट नीमो का अक्षांश और देशांतर लगभग 48°52.6′S 123°23.6′W है. सबसे खास बात यह है कि प्वाइंट नीमो किसी भी जमीन से 2,688 किलोमीटर दूर है. यहां से सबसे नजदीक इंसानों की बस्ती 2,600 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर है. यहां से सबसे नजदीक अंतरीक्ष यात्री होते हैं.
इसका मतलब यह हुआ कि यहां मौजूद इंसान के सबसे नजदीक रहने वाले लोग धरती पर नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में अंतरिक्ष स्टेशन पर होते हैं. नीमो नाम जूल्स वर्ने के मशहूर उपन्यास ट्वेंटी थाउजेंड लीग्स अंडर द सी के किरदार कैप्टन नीमो से लिया गया है. इस उपन्यास में कैप्टन नीमो समुद्र की गहराइयों में रहस्यमयी तरीके से जीवन व्यतीत करता है. इसी वजह से इस जगह को प्वाइंट नीमो नाम दिया गया.
प्वाइंट नीमो की पहचान 1992 में क्रोएशियाई-Canadian इंजीनियर Hrvoje Lukatela ने की थी. उन्होंने कम्प्यूटर प्रोग्राम की मदद से यह स्थान खोज निकाला. चूंकि यह बिंदु समुद्र के बीचोंबीच है और किसी भी महाद्वीप से बेहद दूर है, इसलिए इसे Oceanic Pole of Inaccessibility भी कहा जाता है.
कई देशों के स्पेस एजेंसियां जैसे NASA, ESA, Roscosmos अपने पुराने और बेकार हो चुके सेटेलाइ्ट्स और स्पेस स्टेशनों को अच्छे से यहीं गिराती हैं. इस कारण इसे Spacecraft Cemetery भी कहा जाता है.