NRI Village in India: भारत देश में ज्यादातर लोग ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं. भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है. हमारे देश में लाखों की संख्या में गांव मौजूद हैं. जिनमें से कई गांव ऐसे हैं जो किसी न किसी खासियत के कारण जाने जाते हैं. आज हम आपको भारत के ऐसे ही गांव के बारे में बताएंगे. जो अपने एक अनोखे नाम के कारण जाना जाता है .
NRI Village in India: भारत में मौजूद गांवों में ज्यादातर लोग खेती और मजदूरी करके अपनी जिंदगी गुजारते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ऐसे गांव के बारे में सुना है जिसे पूरी देश NRI गांव के नाम से जानता हो. भारत में एक ऐसी ही जगह मौजूद है जिसे NRI गांव के नाम से जाना जाता है. इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि यह कौनसा गांव है और क्यों इसे NRI गांव कहा जाता है.
इस गांव के बारे में जानने से हम ये जान लेते हैं कि NRI का मतलब क्या होता है. NRI का मतलब Non Resident Indian होता है. ये शब्द उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो वैसे तो भारतीय होते हैं. लेकिन नौकरी या बिजनेस के कारण 182 दिनों से ज्यादा विदेशों में रहते हैं और इनके पास उस देश की नागरिकता भी होती है.
भारत में ऐसा ही गांव मौजूद है जिसे NRI गांव कहा जाता है. यह जगह गुजरात में स्थित है. आणंद जिले में मौजूद धर्मज गांव को लोग NRI गांव के नाम से जानते हैं.
धर्मज गांव के इस नाम के पीचे का कारण यहां के लोग हैं. इस गांव के लगभग सभी घरों में से एक या कई लोग विदेशों में रहते हैं. यही कारण है कि धर्मज गांव को भारत में NRI गांव कहा जाता है.
NRI गांव कहे जाने वाले धर्मज गांव के ज्यादातर लोग अमेरिका और लंदन में रहते हैं. इस गांव के कुछ लोग यूरोप के देशों में भी रहते हैं. विदेश में रह रहे लोगों के पास उस देश की नागरिकता भी है जिस कारण वे सभी लोग NRI कहलाते हैं.
आपको बता दें कि इस गांव के जो भी लोग विदेशों में रह रहे हैं वे सभी लोग साल में एक बार इस गांव में जरूर आते हैं. जिसके बाद यहां सभी लोग आपस में मिलकर पुराने दिनों की बातें करके अपनी यादें ताजा करते हैं.
इस गांव में हर साल 12 जनवरी को सामूहिक आयोजन के रूप में धर्मज दिवस मनाया जाता है. धर्मज दिवस वह दिन होता है जब विदेशों में रह रहे सभी लोग अपने गांव में आते हैं. इस दिन को इसलिए मनाया जाता है जिससे सभी लोग आपस में मिल सकें और उनके बीच दूरियां न आ पाएं.