Keir Starmer and Amir Muttaqi India visit: ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर मुत्ताकी एक समय पर भारत दौरे पर हैं. इन दोनों देशों के राजनेताओं का भारत दौरा कई मामलों में अहम है. इन नेताओं के भारत दौरे से डिप्लोमैटिक फायदे के साथ-साथ आर्थिक फायदा भी होगा.
Keir Starmer and Amir Muttaqi India visit: ब्रिटिश पीएम के भारत दौरे से भारत को राजनैतिक और डिप्लोमैटिक फायदा तो होगा ही. इसके अलावा भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा सौदा भी हुआ है. जिससे भारतीय सशस्त्र बलों की शक्ति में इजाफा होगा. इसके अलावा आफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर मुत्ताकी ने भारत दौरे के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल से मुलाकात की है. उनके साथ कई अहम मामलों पर चर्चा हुई है. मुत्ताकी भारत में 8 दिन के दौरे पर हैं
ब्रिटिश पीएम और तालिबानी सरकार के विदेश मंत्री के भारत दौरे को लेकर रिटायर्ड ब्रिगेडियर हेमंत महाजन ने बताया कि इससे भारत को क्या फायदा होगा. महाजन ने कहा कि ब्रिटेन हमारा बहुत बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है. ब्रिटेन के साथ हमारी ट्रेड एग्रीमेंट हुई है. अभी यह इंपॉर्टेंट है कि उसके ऊपर अच्छी तरह से अमल किया जाए. हमारे और उनके बीच 65 बिलियन डॉलर का ट्रेड है और यह बढ़ेगा.
पीएम स्टार्मर के साथ काफी सारी फेमस एजुकेशनल इंस्टीट्यूट,ऑक्सफोर्ड जैसे इंस्टीट्यूट, आए थे. ऑक्सफोर्ड जैसे टीचिंग फैकल्टी भी आए थे. उनके यहां की वर्ल्ड क्लास ब्रांच अगर हमारे यहां खुलती हैं तो हमें इंग्लैंड जाने की जरूरत नहीं. इससे हमारी क्वालिटी ऑफ एजुकेशन बढ़ने में मदद मिल सकती है.
महाजन ने आगे कहा कि आज ब्रिटेन की जमीन का इस्तेमाल 'खालिस्तानी लोग' उल्टी-सीधी बातें करते हैं. हमारे प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन के पीएम को बताया है कि खालिस्तानी हों या कोई और उन्हें वहां पर हिन्दुस्तान के खिलाफ कोई भी गतिविधि की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए.
आमिर मुत्ताकी के दौरे को लेकर रिटायर्ड ब्रिगेडियर हेमंत महाजन ने कहा यह बहुत ही बड़ा और इंपॉर्टेंट इवेंट है. तालिबान के फॉरेन मिनिस्टर हमारे देश में आए हैं.हमारे फॉरेन मिनिस्टर से मिले हैं. हमारे नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर उनसे मिलने वाले हैं. तालिबान के साथ यह बहुत इंपॉर्टेंट डेवलपमेंट है. इसका कारण यह है कि काफी बार अफगानिस्तान की जमीन पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इस्तेमाल की थी. अब भारत के खिलाफ अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल नहीं होगा.
हेमंत महाजन ने आगे कहा कि दूसरी बात यह है कि इस इलाके में चीन भी काफी एक्टिव है. चीन हमारे खिलाफ अफगानिस्तान की धरती से साजिश ना करे, इसलिए अफगानिस्तान का इस्तेमाल हम कर सकते हैं. कोई भी देश जो भारत के खिलाफ कार्रवाई करता है तो उस पर नजर रखने के लिए अफगानिस्तान से हमें मदद मिल सकती है.
हेमंत ने कहा कि तीसरी बात यह है कि तालिबान का शासन जब वहां आया, तो पाक उसका इस्तेमाल करने के बारे में सोच रहा था. इसलिए तालिबान अगर हमारे साथ रहेगा, तो हमें फायदा होगा.