Sabarimala Temple 5 दिन के लिए खोला गया, श्रद्धालुओं को दिखानी होगी Covid-19 रिपोर्ट

Corona virus के मद्देनजर गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए मंदिर को सिर्फ 5 दिन के लिए ही श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है. इस बीच रोजाना सिर्फ 250 लोग ही पूजा-अर्चना के लिए मंदिर में दर्शन के लिए जा सकेंगे. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 17, 2020, 03:34 PM IST
    • शनिवार को सुबह 5 बजे खोला गया मंदिर
    • सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए डिजिटल प्रणाली के जरिए शनिवार को 246 लोगों ने बुकिंग की.
Sabarimala Temple 5 दिन के लिए खोला गया, श्रद्धालुओं को दिखानी होगी Covid-19 रिपोर्ट

तिरुवनंतपुरमः Corona संकट के कारण देशभर के कई मंदिर बीते कई महीनों से बंद हैं. हालांकि Unlock की प्रक्रिया के साथ इन्हें भी खोला जा रहा है. इसी बीच corona के चलते तकरीबन 7 महीने से बंद पड़ा केरल का प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर (Sabarimala temple) शनिवार, 17 अक्टूबर को सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. मंदिर में Covid-19 गाइडलाइन के पालन के साथ ही दर्शन किए जा सकेंगे. 

मासिक पूजा के लिए खोला गया मंदिर
जानकारी के मुताबिक, Corona virus के मद्देनजर गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए मंदिर को सिर्फ 5 दिन के लिए ही श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है. इस बीच रोजाना सिर्फ 250 लोग ही पूजा-अर्चना के लिए मंदिर में दर्शन के लिए जा सकेंगे.

मंदिर जाने वाले दर्शनाभिलाषियों के लिए वर्चुअल क्यू रजिस्ट्रेशन को जरूरी किया गया है. मासिक पूजा के लिए ही मंदिर को खोला गया है. कोरोना महामारी के चलते देशभर के बड़े धार्मिक स्थलों को बंद किया गया था. 

मंदिर में ही की गई है अभिषेक-दान की व्यवस्था
शनिवार को जब मंदिर को खोला गया तो सबरीमाला (अयप्पा) मंदिर में सुबह श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे हुए थे. इस दौरान कुछ श्रद्धालुओं ने दर्शन भी किए जो मास्क पहने थे और कोविड-19 नहीं होने संबंधी जांच रिपोर्ट साथ में लिए हुए थे.

सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए डिजिटल प्रणाली के जरिए शनिवार को 246 लोगों ने बुकिंग की. कोरोना की रिपोर्ट साथ लेकर नहीं जा रहे लोगों का निलक्कल बेस कैम्प में रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है. कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए घी, अभिषेक और अन्न दान के लिए मंदिर में खास व्यवस्था की गई है.

10 से 60 वर्ष के लोगों को अनुमति
मंदिर परिसर में 10 से 60 वर्ष की आयु के लोगों को ही एंट्री मिलेगी. साथ ही दर्शन करने वालों लोगों को एक फिटनेस सर्टिफिकेट ले जाना होगा. इसके अलावा पम्बा नदी में स्नान और मंदिर परिसर में रात में रुकने का इंतजाम नहीं होगा.  पहले दिन मंदिर में सुबह 5 बजे से दर्शन शुरू हुए.

यह भी पढ़िएः 9 दिनों तक पूरी श्रद्धा भक्ति से करें मां की पूजा, व्रत में इन बातों का रखें ध्यान

देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप. जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा...

नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-
Android Link -

ट्रेंडिंग न्यूज़