VHP ने पारित किया प्रस्ताव, राम जन्मभूमि न्यास को मिले मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी

विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि राम जन्मभूमि न्यास ने मंदिर के लिये बहुत संघर्ष किया है, इसलिये इसे ही राम मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी मिलनी चाहिये.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 21, 2020, 12:20 PM IST
    • VHP ने पारित किया प्रस्ताव
    • राम जन्मभूमि न्यास को मिले मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी
    • विहिप की मार्गदर्शक मंडल के बैठक में हुआ प्रस्ताव
VHP ने पारित किया प्रस्ताव, राम जन्मभूमि न्यास को मिले मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी

लखनऊ: माघ मेला में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की सोमवार को हुई बैठक में संतों ने राम जन्मभूमि न्यास को राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी सौंपने की मांग का प्रस्ताव पारित किया. विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि राम जन्मभूमि न्यास ने मंदिर के लिये बहुत संघर्ष किया है, इसलिये इसे ही राम मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी मिलनी चाहिये.

विहिप की मार्गदर्शक मंडल के बैठक में हुआ प्रस्ताव

मार्गदर्शक मंडल में शामिल विहिप के केंद्रीय पदाधिकारियों व संतों ने तय किया कि तारीख की घोषणा मंदिर निर्माण ट्रस्ट के गठन के बाद की जाएगी. विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने प्रस्तावना रखी. मार्गदर्शक मंडल के पदाधिकारियों व सदस्यों के बीच एजेंडा रखा गया। प्रमुख संतों ने विचार रखे. दूसरा सत्र दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक चला और इसमें ये प्रस्ताव पास किया गया.

स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने की अध्यक्षता

दो सत्रों वाली बैठक में भगवान राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ पहला सत्र सुबह 10.30 बजे शुरू हुआ. इसकी अध्यक्षता स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने की. बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे और मंडल के प्रमुख सदस्य स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने पारित प्रस्तावों के बारे में जानकारी दी. संतों के समक्ष प्रस्ताव उठाया गया कि परिषद के मॉडल पर ही राम मंदिर का निर्माण हो. साथ ही मंदिर आंदोलन में प्रमुख निभाने वाले श्रीराम जन्मभूमि न्यास को ही निर्माण कार्य सौंपे जाने की मांग के पीछे तर्क भी रखा गया.

नागरिकता कानून पर जागरूकता अभियान चलाएगा विहिप

नागरिकता संशोधन कानून पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अखिल भारतीय संत समिति और अखिल भारतीय साध्वी शक्ति परिषद की ओर से जनजागरूकता अभियान चलाने का प्रस्ताव पारित हुआ. साथ ही धर्मांतरण पर रोक के लिए भी रणनीति बनी. परिवार संस्कार भी चलाने का निर्णय हुआ। पारित प्रस्तावों को मंगलवार को संत सम्मेलन में प्रकट किया जाएगा, जिसमें देश भर के संत शामिल होंगे. 

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