नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के आखिरी दिन मैदान पर गेंद और बल्ले के बीच जबरदस्त जंग हुई. टेस्ट इतिहास के पहले फाइनल में विराट कोहली और केन विलियमसन की टीमों के बीच जबरदस्त टक्कर हुई.
ये मैच न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बीजे वाटलिंग के टेस्ट करियर का आखिरी मैच है. उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी थी कि WTC फाइनल के बाद वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे.
वाटलिंग ने चोट लगने के बावजूद की जबरदस्त विकेटकीपिंग
बीजे वाटलिंग न्यूजीलैंड के अनुभवी और वरिष्ठ विकेटकीपर हैं. दरअसल टेस्ट चैंपियनशिप के छठे दिन लंच से पहले बीजे वाटलिंग कप्तान विलियमसन का थ्रो पकड़ने के चक्कर में अपनी दाएं हाथ की उंगली में चोट खा बैठे, जिसके बाद फीजियो ने उनकी जांच की, तब पता चला की उनकी उंगली डिसलोकेट हो गई है.
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लेकिन इसके बाद भी कीवी विकेटकीपर ने मैदान छोड़ने का फैसला नहीं किया और अपनी टीम और देश के लिए दर्द में अपनी ओर से योगदान देते रहने का फैसला किया.
वाटलिंग ने किया था 2009 में डेब्यू
दक्षिण अफ्रीका के डरबन में जन्मे बीजे वॉटलिंग ने नवंबर 2009 में टी20 सीरीज के साथ न्यूजीलैंड के लिए डेब्यू किया था. वॉटलिंग ने टेस्ट क्रिकेट में 8 शतक और 19 अर्धशतक जमाए हैं. वॉटलिंग बतौर विकेटकीपर न्यूजीलैंड की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज रहे हैं.
विराट कोहली ने दी शुभकामनाएं
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी फाइनल दिन की शुरूआत में वॉटलिंग से हाथ मिलाकर शुभकामनाएं दी. कोहली ने खुद जाकर कीवी विकेटकीपर से बात की और उन्हें आगे की लाइफ के लिए शुभकामनाएं दी थी.
आईसीसी ने भी कोहली और वॉटलिंग के इस पल को सोशल मीडिया पर शेयर किया था. बीजे वाटलिंग ने न्यूजीलैंड के लिए महत्वपूर्ण मैच खेले हैं और मैच जिताऊ पारियां भी खेली हैं.
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