भुवनेश्वर: दो धमाकेदार जीत के बाद लय हासिल कर चुकी गत चैम्पियन भारतीय टीम एफआईएच पुरूष जूनियर हॉकी विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में बुधवार को यूरोपीय दिग्गज बेल्जियम के खिलाफ उतरेगी.
भारत की उम्मीदें शानदार फॉर्म में चल रहे अपने ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञों पर टिकी होंगी.
खिताब की प्रबल दावेदार भारतीय टीम को पहले मैच में फ्रांस ने 5 . 4 से हराकर उलटफेर कर दिया था. इसके बाद हालांकि भारत ने वापसी करते हुए कनाडा को 13 . 1 और पोलैंड को 8 . 2 से हराकर पूल बी में दूसरा स्थान हासिल किया. तीसरी बार खिताब जीतने के लिये भारत को अब हर मैच में उम्दा प्रदर्शन करना होगा.
बेल्जियम के खिलाफ क्वार्टर फाइनल लखनऊ में 2016 में खेले गए फाइनल का दोहराव होगा जिसमें भारत ने 2 . 1 से जीत दर्ज की थी. यह मुकाबला बराबरी का होगा और मौकों को भुनाने में कामयाब रहने वाली टीम ही जीतेगी.
ये खिलाड़ी हैं भारत की ताकत
भारत के पास उत्तम सिंह, अराइजीत सिंह हुंडल, सुदीप चिरमाको और मनिंदर सिंह जैसे स्ट्राइकर हैं. उत्तम और मनिंदर ने अभी तक शानदार प्रदर्शन किया है. इसके अलावा पेनल्टी कॉर्नर में अनेक विकल्प होने का भी भारत को फायदा है. उपकप्तान संजय कुमार, हुंडल, शारदानंद तिवारी और अभिषेक लाकड़ा ने गोल किये हैं.
संजय खास तौर पर शानदार फॉर्म में हैं जिन्होंने फ्रांस और कनाडा के खिलाफ हैट्रिक लगाई. हुंडल ने भी पोलैंड के खिलाफ तीन गोल किये. मिडफील्ड में कप्तान विवेक सागर प्रसाद हैं जो तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय सीनियर टीम का हिस्सा थे.
बेल्जियम का आक्रमण है मजबूत
डिफेंस को इस मैच में काफी मेहनत करनी होगी क्योंकि बेल्जियम का आक्रमण काफी मजबूत है. भारत के मुख्य कोच और इस टूर्नामेंट के लिये जूनियर टीम के कोच ग्राहम रीड ने कहा ,‘‘ खिलाड़ियों ने बेल्जियम का प्रदर्शन देखा है और वे आत्मविश्वास से ओतप्रोत हैं. उम्मीद है कि हम यह मैच जीतेंगे.’’ भारतीय कप्तान विवेक ने कहा ,‘‘ बेल्जियम बहुत अच्छी टीम है और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.’
मुख्य कोच ने की भारत की तारीफ
बेल्जियम ने जूनियर विश्व कप कभी नहीं जीता है और सीनियर टीम की सफलता को दोहराने का उस पर दबाव है. बेल्जियम की सीनियर टीम ओलंपिक और विश्व चैम्पियन है. बेल्जियम के मुख्य कोच जेरोन बार्ट ने कहा कि उनके खिलाड़ियों को भारत के पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों को रोकने के लिये दमदार प्रदर्शन करना होगा.
उन्होंने कहा ,‘‘ भारत के पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ बहुत अच्छे हैं. संजय, हुंडल और तिवारी ने शानदार प्रदर्शन किया है. उन्हें रोकना बड़ी चुनौती होगा.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ हमें सर्कल के बाहर उन्हें रोकना होगा और पेनल्टी कॉर्नर देने से बचना होगा. हमें अपने डिफेंडरों पर भरोसा है.’’ कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट दर्शकों के बिना हो रहा है और बार्ट ने कहा कि इससे उनकी टीम को फायदा मिलेगा.
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जेरोन बार्ट ने कहा ,‘‘ हम पर दबाव कम होगा. हमें खचाखच भरे स्टेडियमों में खेलने की आदत नहीं है. 2016 में टूर्नामेंट के पहले हाफ में हमें दिक्कत हुई थी. लखनऊ में भारतीय दर्शक काफी ऊर्जावान थे. इस बार भारत पर दबाव अधिक होगा चूंकि मैदान में महज 1000 दर्शक होंगे.’’ दिन के अन्य क्वार्टर फाइनल में जर्मनी का सामना स्पेन से, नीदरलैंड का अर्जेंटीना से, फ्रांस का मलेशिया से मुकाबला होगा.
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