नई दिल्ली: टोक्यो ओंलपिक खेलों में मैरीकॉम से सभी भारतीयों को बहुत उम्मीदें हैं. लोग आशा कर रहे हैं कि इस बार वे देश को स्वर्ण पदक दिलाएंगी. उन्होंने उम्मीदों पर खरी उतरते हुए पहले मुकाबले में शानदार जीत दर्ज करके अंतिम 16 में जगह बनाई.
प्री क्वार्टरफाइनल में पहुंची मैरीकॉम
स्टार बॉक्सर मैरीकॉम ने क्या शानदार खेल दिखाया है. 38 वर्षीय इस बॉक्सर ने टोक्यो ओलंपिक में अपना पहला मैच जीत लिया है. राउंड 32 के मुकाबले में उन्होंने हर्नांडिज गार्सिया को 4-1 से हरा दिया. मैरीकॉम अंतिम 16 में प्रवेश कर गई हैं.
51 किग्रा के शुरुआती राउंड 32 मुकाबले में उनका सामना हर्नांडिज गार्सिया (डोमिनिका गणराज्य) से हुआ.
मैरीकॉम का आखिरी ओलंपिक हो सकता है टोक्यो
मणिपुर की 38 वर्षीय मेरीकॉम तोक्यो खेलों के ओपनिंग सेरेमनी में भारतीय दल की ध्वजवाहक थीं. माना जा रहा है कि मैरीकॉम के करियर का ये आखिरी ओलंपिक साबित हो सकता है. वे लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुकी हैं.
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मार्च 2020 में एशिया/ओसनिया क्वालिफायर के सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही मेरीकॉम ने टोक्यो ओलिंपिक में खेलने की पात्रता हासिल की थी. मैरीकॉम ने अपने जीवन में कई महान उपलब्धियां हासिल की हैं. उनका सपना है कि वे ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करें.
भारत की सबसे महान महिला मुक्केबाज मैरीकॉम ही हैं. पुरुष मुक्केबाजों से निराशा मिलने के बाद अब उन्हीं पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. वर्ष 2003 में मेरीकॉम को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था। 2006 में पद्मश्री पुरस्कार दिया गया. 29 जून 2009 को उन्हे भारतीय खेलों का सबसे बड़ा पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न दिया गया.
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