नई दिल्ली: जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में कई खिलाड़ी गर्मी की शिकायत कर रहे हैं. जो खिलाड़ी हमेशा शीत और ठंडी जगहों पर रहते हैं उन्हें टोक्यो की गर्मी बर्दाश्त नहीं हो रही है. इस बीच मैच के दौरान रूसी टेनिस खिलाड़ी ने अंपायर से ऐसी बात कह दी जिसे लेकर दुनियाभर में चर्चा तेज हो गई है.
रूसी टेनिस खिलाड़ी ने की अंपायर से शिकायत
भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल को दूसरे दौर में हराने वाले रूस ओलंपिक समिति (आरओसी) के डेनियल मेदवेदेव ने इटली के फैबियो फोगनिनी के खिलाफ मैच के दौरान चेयर अंपायर को कहा कि अगर वह मर गए तो क्या वह जिम्मेदार होंगे. दरअसल पुरुष एकल टेनिस में फोगनिनी के खिलाफ जीत के दौरान वह तेज गर्मी और उमस के कारण जूझते नजर आए.
टेनिस में गोल्ड के प्रबल दावेदार हैं मेदवेदेव
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के बैन के चलते रूसी खिलाड़ी IOC के बैनर तले ओलंपिक खेल रहे हैं. मेदवेदेव ने भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल को हराया था और अब उन्हें गोल्ड प्रबल दावेदार माना जा रहा है. उन्होंने बीच में भीषण गर्मी से बेहाल होकर अंपायर से ब्रेक मांगा था.
बीच मैच में आराम करते दिखे मेदवेदेव
मेदवेदेव ने नॉकआउट मुकाबले के दौरान दो मेडिकल टाइम आउट लिए और एक बार उनके ट्रेनर को कोर्ट पर आना पड़ा. वह अंकों के बीच में अपने रैकेट के सहारे आराम करते दिखे.
ये भी पढ़ें- Tokyo Olympic 2021: तीरंदाजी में प्रवीण जाधव और दीपिका से आस, तरुणदीप राय बाहर
आरियाके टेनिस पार्क पर बुधवार को उमस और गर्मी से मेदवेदेव को जूझते देखकर चेयर अंपायर कार्लोस रामोस ने उनसे पूछा कि क्या वह खेलना जारी रखेंगे, जिस पर उन्होंने कहा कि मैं मैच खत्म कर सकता हूं, लेकिन मैं मर सकता हूं. अगर मैं मर गया तो क्या आप जिम्मेदार होंगे?
उनके इस बयान की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. इस वजह से सभी का ध्यान ओलंपिक जापान की भीषण गर्मी की ओर मुड़ गया है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.